नई दिल्ली : देश में करीब दो महीने बाद घरेलू उड़ान सेवा शुरू होने जा रही है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए हालांकि लॉकडाउन 31 मई तक बढ़ा दिया गया है, पर इसमें कई छूट दी गई है, जिसके तहत अब 25 मई से घरेलू विमान सेवा भी शुरू होने जा रही है। हालांकि इस दौरान कई नियम और शर्तें लागू रहेंगी। 25 मई से 25 अगस्त के बीच अगले तीन महीने तक इंडियन एयरलाइंस हर सप्ताह 8,428 उड़ानों का संचालन करेगी।
मेट्रो, नॉन मेट्रो शहरों के लिए अगल नियम
नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप पुरी ने इस संबंध में गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की, जिसमें उन्होंने इससे जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मेट्रो शहरों को आपस में कनेक्ट करने वाली उड़ानों को लेकर कुछ अलग नियम होंगे, जबकि मेट्रो से नॉन मेट्रो शहरों के लिए अलग नियम होंगे। मेट्रो शहरों में दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई शामिल हैं।
सात श्रेणियों में तय होगा किराया
उड्डयन मंत्री के मुताबिक, अगले सप्ताह बहाल हो रहीं घरेलू यात्री उड़ानों को यात्रा की अवधि के आधार पर सात श्रेणियों में रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रत्येक श्रेणी में हवाई किराये की विशेष निम्नतम और उच्च सीमा होगी। पहली श्रेणी में ऐसी उड़ानें होंगी, जिनकी उड़ान अवधि 40 मिनट से कम है। दूसरी, तीसरी, चौथी और पांचवीं श्रेणी में क्रमश: 40-60 मिनट, 60-90 मिनट, 90-120 मिनट और 120-150 मिनट की अवधि वाली उड़ानें शामिल होंगी, जबकि छठी व सातवीं श्रेणी में 150-180 मिनट और 180-210 मिनट की अवधि वाली उड़ानें शामिल होंगी।
न्यूतनतम, अधिकतम किराया तय
सरकार ने टिकटों के दाम की अधिकतम सीमा भी निर्धारित की है, जिसका पालन एयरलाइंस को करना होगा। यह व्यवस्था 25 अगस्त तक की घरेलू उड़ानों पर लागू होगी। उड्डयन मंत्री ने कहा, 'हमने अधिकतम और न्यूनतम किराया निर्धारित की है। दिल्ली, मुंबई के संबंध में 90-120 मिनट के उड़ान के लिए न्यूनतम किराया 3500 रुपये होगा, जबकि अधिकतम किराया 10,000 रुपये होगा।' एयरलाइंस को इसके अनुसार ही टिकटों के दाम तय करने होंगे।
उड्डयन मंत्री ने यह भी बाताया कि वंदे भारत मिशन से जो अनुभव मिले हैं, उसके आधार पर घरेलू विमान परिचालन के एक तिहाई हिस्से को खोला जा रहा है। उन्होंने कहा कि घरेलू उड़ान को लेकर जो अनुभव मिलेंगे उसके आधार पर अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाएं शुरू की जाएंगी।