नई दिल्ली : दीवाली और दुर्गा पूजा बेहद करीब है। त्योहारी सीजन में ड्राई फ्रूट्स की डिमांड बढ़ जाती है। जिसकी वजह इसकी कीमतें भी बढ़ जाती हैं। लोग दीवाली के मौके पर गिफ्ट को तौर पर अपने रिश्तेदारों, सगे संबंधियों, दोस्तों को ड्राई फ्रूट्स (काजू, बादाम, पिस्ता) देते है। सभी सूखे मेवों यानी ड्राई फ्रूट के दाम टूटे हैं, चाहे वह काजू हो, पिस्ता हो या छुआरा हो। लेकिन सबसे अधिक गिरावट काजू, बादाम और पिस्ता में है। 300 रुपए तक प्रति किलो की गिरावट हुई है।
पुरानी दिल्ली के फेमस ड्राइफ्रूट्स बाजार के नूरी मसाले वाले आकीफ आजम ने टाइम्स नाउ हिन्दी से बात करते हुए कहा कि बाजार का बुरा हाल है। खरीददार नहीं है। नहीं तो इस सीजन में ड्राई फ्रूट्स का दाम हमेशा ऊपर रहता था लेकिन इस साल कोरोना वायरस महामारी असर साफ दिख रहा है। उनका कहना है कि ड्राई फ्रूट्स में सबसे अधिक गिरावट बादाम, काजू व पिस्ता में आई है। अखरोट, अंजीर, किशमिश जैसी ड्राई फ्रूट्स के दाम में ज्यादा फर्क नहीं पड़ा है।
आकीफ आजम के अनुसार अमेरिकन बादाम 900 रुपए प्रति किलो था अब घटकर 660 रुपए प्रति किलो पर आ चुका है। काजू 1100 रुपए प्रति किलो था अब घटकर 950 रुपए किलो पर हो चुका है। पिस्ता 1400 रुपए से घटकर 1100 रुपए किलो पर आ चुका है। 400 रुपए वाला किशमिश अब 350 रुपए किलो बिक रहा है। अखरोट में अधिक गिरावट नहीं आई है। 760 रुपए किलो वाला अब 680 रुपए किलो मिल रहा है।
गौर हो कि सूखे मेवों की सबसे अधिक खपत मिठाइयों, होटल, शादी विवाह में होती है। कोरोना वायरस के चलते होटलों का कारोबार बेहद कम है। शादी विवाह भी न के बराबर हो रही है। मिठाइयों की खपत भी काफी कम हो गई है। गौर हो कि है कि बादाम और किशमिश को छोड़कर दूसरे सूखे मेवों की तासीर गर्म होती है इसलिए ये सर्दियों में ही अधिक खाए जाते हैं। गर्मियों में तो इनका इस्तेमाल मिठाइयों, आइसक्रीम उद्योग में अधिक होता है।