नई दिल्ली: केंद्रीय उपभोक्ता मंत्रालय ने बुधवार को मोबाइल फोन और अन्य पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में कॉमन चार्जर यूज को प्रमोट करने के लिए इंडस्ट्रीज ग्रुप और एक्सपर्ट के साथ बैठक की। मंत्रालय इसको लेकर एक्सपर्ट ग्रुप का गठन करेगा। जिससे इस पर एक आम सहमति बनाई जा सके। एक्सपर्ट ग्रुप का मुख्य एजेंडा कॉमन चार्जर बनाने में तकनीकी तौर पर एक आम सहमति बनाई जा सके।
टाइम्स नाउ नवभारत को मिली जानकारी के मुताबिक मंत्रालय के द्वारा तीन एक्सपर्ट ग्रुप का गठन किया जाएगा। जिनमें बड़े पोर्टेबल डिवाइस जैसे लैपटॉप, टैब जैसे डिवाइस के लिए एक वही दूसरा फीचर फोन और स्मार्ट फोन के लिए वही तीसरा समर्थ वॉच से लेकर दूसरे एक्सेसरीज जैसे गजेट्स के लिए। तीनों एक्सपर्ट ग्रुप का कॉमन एजेंडा इन् अलग अलग तरह से गैजेट्स की जरूरत को ध्यान में रखते हुए एक कॉमन चार्चर तय करना।।
इस मुद्दे पर बुलाई गई बैठक उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई जिसमें लैपटॉप और मोबाइल सहित पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज बनाने वाली कंपनियों के प्रतिनिधि के अलावा इंडस्ट्री बॉडी सीआईआई के साथ-साथ आईआईटी दिल्ली और आईआईटी बीएचयू के प्रतिनिधि शामिल हुए।
सूत्रों के मुताबिक सभी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस इंडस्ट्री के सभी स्टेकहोल्डर्स से यह जानने की कोशिश की गई कि भारत में एक साझा चार्जर को कैसे अपनाया सकता है। एक ही चार्जर को लेकर कंपनियों की क्या दिक्कतें है। इधर बैठक में शामिल इंडस्ट्री के लोगो ने दुनियाभर के तमाम देशों को भारत से होने वाले मोबाइल चार्जर और एक्सेसरीज के एक्सपोर्ट के बारे में बताया गया। साथ ही तमाम मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट की प्रोडक्शन लाइन में बदलाव करने कैसे समस्याओं के बारे में बताया गया।
सरकार की मंशा हैं की अगर सभी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज के लिए एक ही चार्जर हो जाता है तो इससे ई-कचरे में कमी आएगी और उपभोक्ताओं पर बोझ भी कम होगा। इस समय चार्जर के पोर्ट अलग-अलग होने के कारण उपभोक्ताओं को हर बार नई डिवाइस खरीदते समय नया चार्जर भी लेना पड़ता है।
इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज के लिए एक ही चार्जर को लेकर यूरोप में पहले से ही काम हो रहा है। हाल ही में यूरोपीय यूनियन ने वर्ष 2024 तक सभी छोटे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज के लिए यूएसबी-सी पोर्ट कॉमन चार्जिंग स्टैंडर्ड अपनाने का ऐलान किया था यानी वर्ष 2024 से यूरोप में सभी छोटे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज के लिए एक कॉमन यूएसबी-सी पोर्ट वाला चार्जिंग प्वाइंट मिलेगा. इसी प्रकार की मांग अमेरिका में भी उठ रही है।