- सीबीआई ने एनएसई की पूर्व सीईओ चित्रा रामकृष्ण से की पूछताछ
- सीबीआई की पूछताछ में चित्रा रामकृष्ण ने किया खुद का बचाव
- सीबीआई पूछताछ के दौरान चित्रा ने कई बार किया खुद के पीड़ित होने का दावा
मुम्बई: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) चित्रा रामकृष्ण ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की पूछताछ में कथित रूप से खुद को फंसाये जाने का दावा किया है। सीबीआई के मुम्बई कार्यालय में शुक्रवार अपराह्न् चित्रा अपना बयान दर्ज कराने पहुंचीं। चित्रा से सीबीआई के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम पूछताछ कर रही है। इस टीम में एक महिला अधिकारी भी शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक चित्रा से सीबीआई ने करीब 50 सवाल पूछे हैं। उनसे पूछा गया कि वह कब से 'योगी' को ईमेल भेज रही थीं और क्या एनएसई की गोपनीय जानकारियां साझा करने के बदले उन्हें कोई रकम दी जाती थी और अगर दी जाती थी तो उन्होंने उस पैसे का क्या किया।
खुद को बताया पीड़ित
सीबीआई के सूत्रों के अनुसार, पूछताछ के दौरान चित्रा ने खुद के पीड़ित होने का दावा किया और कहा कि वह कई बातों से अनजान थीं। वह बार-बार अपना बयान भी बदल रही हैं। उन्होंने जांच की दिशा भी बदलने की कोशिश की। चित्रा ने खुद के निर्दोष होने का दावा किया है और उनका कहना है कि कोई उन्हें फंसा रहा है।सीबीआई ने चित्रा के अलावा कथित रूप से 'योगी' के निर्देश पर नौकरी पर रखे गये एनएसई के पूर्व ग्रुप ऑपरेटिंग अधिकारी आनंद सुब्रमणियम और पूर्व सीईओ रवि नारायण के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर भी जारी किया है।
192 पन्नों की रिपोर्ट
सीबीआई जल्द ही रवि नारायण और आनंद सुब्रमणियम से भी पूछताछ करेगी। सूत्रों ने आईएएनएस को बताया है कि ये लुकआउट सर्कुलर एहतियातन जारी किया गया है। चित्रा रामकृष्ण और उनसे पहले एनएसई के सीईओ रहे रवि नारायण तथा आनंद के देश छोड़कर जाने के संदेह में यह कदम उठाया गया है। इस मामले में अब गिरफ्तारी की आशंका बढ़ गयी है। सीबीआई ने सेबी की 192 पेज की रिपोर्ट के आधार पर चित्रा के खिलाफ मामला दर्ज किया था। सेबी ने रिपोर्ट में आरोप लगाया था कि चित्रा ने एनएसई की गोपनीय जानकारियां हिमालय के एक योगी के साथ साझा की थीं।
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छापेमारी में दस्तावेज बरामद
चित्रा के चेन्नई और मुम्बई स्थित आवास पर गुरुवार को आयकर विभाग का छापा भी डाला गया था। ऐसा कहा जा रहा है कि छापे में कई संवेदनशील दस्तावेज बरामद किये गये हैं। सेबी ने भी हाल ही में चित्रा रामकृष्ण पर तीन करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था। सेबी ने वेबसाइट पर चित्रा से संबंधित अपनी 192 पेज की पूरी रिपोर्ट अपलोड की है। सूत्रों के अनुसार, आनंद सुब्रमणियम उस ईमेल आईडी का पासवर्ड जानते थे, जिस पर चित्रा उस अज्ञात योगी को मेल भेजती थीं। चित्रा ने वर्ष 2014 से 2016 के बीच उस मेल आईडी पर ईमेल भेजा था।
कई गुना बढ़ा दी सैलरी
चित्रा द्वारा भेजे गये मेल में एनएसई की संगठनात्मक जानकारी, लाभांश परि²श्य, वित्तीय परिणाम, मानव संसाधन नीति, नियामक को भेजे गये जवाब आदि जानकारियां साझा की गयी हैं। अज्ञात योगी कहने पर सुब्रमणियम एनएसई के मुख्य रणनीतिक सलाहकार नियुक्त किये गये थे। वह वर्ष 2013 से 2015 तक इस पद पर रहे। इसके बाद वह ग्रुप ऑपरेटिंग अधिकारी और एमडी के सलाहकार नियुक्त हुये। वह इस पद पर वर्ष 2015 से 2016 तक रहे। बाल्मर एंड लॉरी में मैनेजर के पद पर रहे सुब्रमणियम को पूंजी बाजार का कोई अनुभव नहीं था। उनकी सैलरी 15 लाख प्रतिवर्ष से बढ़ाकर एनएसई में 1.68 करोड़ रुपये प्रति वर्ष की गयी। इसके बाद 2017 के अंतिम दौर में उनकी सैलरी बढ़ाकर 4.21 करोड़ रुपये कर दी गयी थी।
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