फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) बचत के लिए भारतीयों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली सबसे लोकप्रिय योजनाओं में से एक है। यहां तक कि इनकम टैक्स अधिनियम 1961 की धारा 80 सी के तहत टैक्स-बचत के उद्देश्य से, कई अन्य साधनों जैसे पीपीएफ, ईएलएसएस, यूलिप, एनपीएस पर टैक्स-बचत फिक्स्ड डिपॉजिट को प्राथमिकता देते हैं, क्योंकि ये आसान और गारंटीकृत रिटर्न प्रदान करते हैं। टैक्स बचाने वाली एफडी के तहत एक वित्तीय वर्ष में 1,50,000 रुपए पर टैक्स सेविंग सकते हैं। यहां गौर हो कि टैक्स सेविंग एफडी सामान्य एफडी से कई तरह से अलग है।
यहां वे बैंक हैं जो गैर-वरिष्ठ नागरिकों को 5 साल के टैक्स सेविंग डिपॉजिट पर सर्वोत्तम ब्याज दरें प्रदान करते हैं:-
- DCB बैंक- 6.75%
- यस बैंक- 6.75%
- इंडसइंड बैंक- 6.50%
- आरबीएल बैंक- 6.25%
- एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक- 6.50%
- ड्यूश बैंक- 6.00%
- करूर वैश्य बैंक- 5.65%
- उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक- 5.55%
टैक्स सेविंग एफडी की मुख्य विशेषताएं
- टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपॉजिट 5 साल की लॉक-इन अवधि के साथ आती है, जिसके पहले आप अपना पैसा नहीं निकाल सकते।
- केवल निवासी व्यक्ति और हिंदू अविभाजित परिवार (HUF) इन डिपॉजिट को खोल सकते हैं।
- टैक्स-सेविंग एफडी सिंगल या ज्वाइंट नामों में खोले जा सकते हैं। ज्वाइंट होल्डिंग के मामले में, केवल पहला धारक धारा 80 सी के तहत टैक्स लाभ का दावा कर सकता है।
- कोई भी इन एफडी पर मासिक/ त्रैमासिक/वार्षिक ब्याज भुगतान विकल्प चुन सकता है। आप कंपाउंडिंग विकल्प भी चुन सकते हैं, जिसमें अर्जित ब्याज को फिर से निवेश किया जाएगा।
- टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपॉजिट पर अर्जित ब्याज टैक्स योग्य है। ब्याज राशि आपकी सालाना आय में जुड़ जाती है और आपके इनकम टैक्स स्लैब के अनुसार टैक्स योग्य होगी। देय ब्याज की गणना केवल तिमाही आधार पर की जाती है।
- बैंक इन एफडी पर अर्जित सालाना ब्याज पर 10% की दर से टीडीएस (स्रोत पर टैक्स-कटौती योग्य) काटते हैं। अगर आपको टैक्स चुकाने की छूट है, तो आपको बैंक के साथ वित्तीय वर्ष की शुरुआत में फॉर्म 15जी/एच जमा करना होगा।
- सहकारी बैंकों और ग्रामीण बैंकों को छोड़कर किसी भी सरकारी या प्राइवेट सेक्टर के बैंकों के माध्यम से टैक्स सेविंग एफडी खोले जा सकते हैं।
- पोस्ट ऑफिस की 5 साल की जमा राशि भी धारा 80 सी के तहत कटौती के लिए योग्य है।
- आप न तो समय से पहले निकासी कर सकते हैं और न ही टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपॉजिट पर लोन ले सकते हैं।
- इन जमाओं पर दी जाने वाली ब्याज दरें अलग-अलग बैकों में अलग-अलग होती हैं। जबकि भारतीय स्टेट बैंक जैसे बड़े बैंक टैक्स सेविंग डिपॉजिट पर सबसे कम दर का ऑफर करते हैं, छोटे प्राइवेट कुछ बैंक इन डिपॉजिट पर आकर्षक दरें ऑफर करते हैं।