- बैठक में भारत के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई।
- जॉर्जीवा ने भारत की कठिनाइयों से उबरने की क्षमता को रेखांकित किया।
- सीतारमण ने कहा कि आईएमएफ द्वारा श्रीलंका को तत्काल वित्तीय सहायता दी जानी चाहिए।
नई दिल्ली। आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा (Kristalina Georgieva) से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने भू-राजनीतिक हालात के असर के साथ और कई मुद्दों पर चर्चा की।
आईएमएफ ने की भारतीय अर्थव्यवस्था की तारीफ
आईएमएफ और वर्ल्ड बैंक की वार्षिक बैठकों के मौके पर वित्त मंत्री की क्रिस्टालिना से मुलाकात हुई। भले ही दुनिया कोविड-19 महामारी की वजह से आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रही है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने भारत की लचीली अर्थव्यवस्था (Indian Economy) की प्रशंसा की और हाल के वर्षों में सरकार के संरचनात्मक सुधारों को रेखांकित किया। इसके साथ ही आईएमएफ प्रमुख ने आर्थिक संकट से निपटने के लिए श्रीलंका को भारत द्वारा दी गई मदद की भी तारीफ की। उन्होंने विश्वास दिलाया कि आईएमएफ श्रीलंका के साथ जुड़कर काम करता रहेगा।
कई मुद्दों पर हुई चर्चा
वित्त मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि वित्त मंत्री और आईएमएफ एमडी के साथ मुख्य आर्थिक सलाहकार अनंत वी नागेश्वरन और आईएमएफ के FDMD गीता गोपीनाथ जैसे वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल थे। बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की गई, जो वर्तमान में वैश्विक और क्षेत्रीय अर्थव्यवस्थाओं के सामने हैं।
वित्त मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा कि, 'वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भू-राजनीतिक घटनाक्रमों के प्रभाव और इसकी वजह से एनर्जी की बढ़ती कीमतों से जुड़ी चुनौतियों के बारे में चिंता जताई।'
सीतारमण ने आईएमएफ और विश्व बैंक की बैठक में श्रीलंका के वित्त मंत्री अली साबरी से भी मुलाकात की। उन्होंने साबरी को भरोसा दिलाया कि भारत श्रीलंका को हर संभव मदद देने की कोशिश करेगा। इससे पहले वित्त मंत्री सीतारमण इंडोनेशिया के वित्त मंत्री एचई मुल्यानी इंद्रावती से वाशिंगटन डीसी में G20 वित्त मंत्रियों और सेंट्रल बैंक गवर्नर्स FMCBG बैठक के मौके पर मिलीं।
सीतारमण ने कहा कि, 'क्रिप्टोकरेंसी का सबसे बड़ा जोखिम मनी लॉन्ड्रिंग हो सकता है, आतंक के वित्त पोषण के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।'
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