Financial Tips: आमतौर पर निजी क्षेत्र के कर्मचारियों की 50 वर्ष की आयु तक उच्च आय होती है और उनके पास रिटायरमेंट, बच्चों की शिक्षा आदि जैसे अपने लक्ष्यों के लिए राशि बचाने के बाद पर्याप्त अधिशेष धन बचा रहता है। ऐसे मामलों में अक्सर वे अतिरिक्त आय का निवेश करते हैं।
और सुरक्षित करें अपने अतिरिक्त लक्ष्य
हालांकि, वित्तीय प्लानर्स का कहना है कि ऐसी स्थिति में सबसे अच्छा विकल्प यही है कि आप वित्तीय रूप से अपने अतिरिक्त लक्ष्यों को और सुरक्षित करें। उदाहरण के लिए, हो सकता है कि किसी ने अपने बेटे की इंजीनियरिंग शिक्षा के लिए पहले से ही आर्थिक रूप से तैयारी कर ली हो, लेकिन वास्तव में, उसका बेटा मेडिकल या कमर्शियल पायलट प्रशिक्षण जैसे कुछ अन्य कोर्स कर सकता है, जो इंजीनियरिंग शिक्षा की तुलना में महंगा है। ऐसे में अगर आपके पास कुछ अतिरिक्त पैसा है तो आप आसानी से अपने बच्चे की शिक्षा के लिए फंडिंग कर सकते हैं, नहीं तो आपको एजुकेशन लोन लेना पड़ सकता है।
रिटायरमेंट पर भी यही नियम लागू
यही नियम आपकी सेवानिवृत्ति (Retirement) पर भी लागू होता है। उदाहरण के लिए, आप मानते हैं कि आपकी सेवानिवृत्ति के लिए 5 करोड़ रुपये पर्याप्त होंगे और इसी के अनुसार आप म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) में SIP के माध्यम से हर महीने 50,000 रुपये का निवेश कर रहे हैं। हालांकि, हो सकता है कि वास्तव में उच्च मुद्रास्फीति (Inflation) और स्वास्थ्य से जुड़े खर्चों के कारण सेवानिवृत्ति के बाद अपनी वर्तमान जीवन शैली को बनाए रखने के लिए 5 करोड़ रुपये आपके लिए पर्याप्त न हों। लेकिन यदि आप एक बड़ी सेवानिवृत्ति राशि जमा करते हैं, तो रिटायरमेंट के बाद आपका जीवन और आरामदायक हो सकता है। इसके अलावा, यदि आप एक बड़ा कोष जमा कर लेते हैं तो आप जल्दी रिटायरमेंट लेकर अपने शेष जीवन का आनंद ले सकते हैं।
आम तौर पर लोग ज्यादा पैसे इसलिए कमाते हैं ताकि उनकी मृत्यु के बाद वह राशि अपने प्रियजनों को मिल सके। लेकिन ऐसा तब होता है जब कोई व्यक्ति अपने 80 या 90 के दशक तक पहुंच जाता है। इस समय तक, उनके बच्चों की उम्र 50 से 60 के बीच हो जाती है और वे अपने लिए संपत्ति बना लेते हैं। इसलिए अगर उनके बच्चों को उस समय अतिरिक्त राशि मिलती है तो हो सकता है कि इससे उन्हें ज्यादा मदद न मिले। लेकिन अगर आप अपने बच्चों को उनके शुरुआती 30 के दशक में मदद करें जब वे अपने करियर में संघर्ष कर रहे हैं, तो यह राशि वास्तव में उनके काम आएगी।
ऐसे में वित्तीय प्लानर्स कहते हैं कि यदि आपको अतिरिक्त आय मिलती है तो अतिरिक्त 1 करोड़ रुपये जमा करने का लक्ष्य बनाएं, जो आप अपने बच्चों को उनके जीवन के शुरुआथी दौर में दे सकते हैं। यदि आप म्यूचुअल फंड एसआईपी में हर महीने 45,000 रुपये का निवेश करते हैं तो आप 10 साल में 12 फीसदी की अनुमानित वार्षिक रिटर्न के आधार पर आसानी से 1 करोड़ रुपये जमा कर सकते हैं।