- जमीन अधिग्रहण का काम करीब-करीब पूरा कर लिया गया है
- एयरपोर्ट के पहले चरण को वर्ष 2024 में पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है
- जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट कई मायनों में अनूठा होगा
Jewar International Airport Pics: यमुना एक्सप्रेस वे पर जेवर के करीब बनने वाले इंटरनेशनल एयरपोर्ट की पहली झलक सामने आ गई है। तस्वीरों में साफ दिखाई दे रहा है कि एशिया का दूसरा और देश का सबसे बड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कितना आलीशान और हाईक्लास होगा।गौतमबुद्धनगर के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा ने जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के डिजाइन पर खुशी जताई है। उन्होंने डिजाइन की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा- दुनिया के सबसे बेहतरीन एयरपोर्ट्स में होगा, जेवर हवाई अड्डा। कुछ ऐसा दिखेगा जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट।
तस्वीरों में पैसेंजर टर्मिनल साफ नजर आ रहा है। इस एयरपोर्ट के पैसेजर टर्मिनल का डिज़ाइन तैयार करने के लिए तीन कंपनियों के कंसोर्टियम को चुना है। पैसेंजर टर्मिनल के डिजाइन के लिए जिस कंसोर्टियम को चुना है, उसमें नोर्डिक, ग्रिम्सशॉ हैप्टिक और एसटीयूपी आर्कीटेक्ट्स कंपनी शामिल हैं। इन्हें बीते जून से अगस्त के बीच तीन चरणों में आयोजित की गई डिजाइन प्रतियोगिता के माध्यम से चुना गया है।
यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (वाईआईएपीएल) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डैनियल बिर्चर के अनुसार, स्विटरजरलैंड के डेवलपर ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल ने जेवर में ग्रीनफील्ड नोएडा हवाई अड्डे के यात्री टर्मिनल का डिजाइन तैयार करने के लिए एक डिजाइन प्रतियोगिता आयोजित की, जहां तीन अंतरराष्ट्रीय दलों को प्रस्ताव देने के लिए आमंत्रित किया था।
बिर्चर ने कहा कि हमने नॉर्डिक, ग्रिम्सशॉ, हैप्टिक और एसटीयूपी के गठजोड़ वाले दल को चुना, जिसमें नॉर्वे, ब्रिटेन और भारत की चार कंपनियां शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इस दल के सदस्यों ने हैदराबाद हवाई अड्डे और नए इस्तांबुल हवाई अड्डे को डिजाइन किया है। वाईआईएपीएल ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल के पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है और वह जेवर में नोएडा हवाई अड्डे का विकास कर रही है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का मास्टर प्लान अप्रूव करने के बाद अंतिम मंजूरी के लिए केंद्र सरकार को भेज दिया है। अब इस पर केंद्र सरकार के संगठन एयरपोर्ट एथॉरिटी ऑफ इंडिया फैसला लेगा। जेवर एयरपोर्ट को नोएडा और दिल्ली से मेट्रो रेल के जरिये कनेक्ट किया जाएगा। इस एयरपोर्ट पर बुलेट ट्रेन का भी स्टेशन होगा। जेवर एयरपोर्ट को डेवलप कर रही कंपनी ने एयरपोर्ट के चार फेज का मास्टर प्लान तैयार किया है।
जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर फ्लाइंग क्लब की स्थापना की जाएगी। यहां कॉमर्शियल पायलट, फ्लाइट अटेंडेंट और दूसरी तकनीकी शाखाओं में युवाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। इस एयरपोर्ट के पहले चरण को वर्ष 2024 में पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। इसके लिए जमीन अधिग्रहण का काम करीब-करीब पूरा कर लिया गया है। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट कई मायनों में अनूठा होगा। यह एयपोर्ट ऐसा होगा जो पूरी तरह से डिजिटल ऑपरेट किया जाएगा। इस हवाई अड्डे पर हर साल 12 मिलियन यात्रियों की क्षमता हो जाएगी।