- जमीन से लेकर समुद्र तक सोना पाया जाता है
- पेड़ों की पत्तियों में भी सोना पाया जाता है
- पृथ्वी के केंद्र में सोना का भंडार है
सोना (Gold) का नाम सुनते ही हर किसी का चेहरा खिल उठता है। हर कोई चाहता है उसके पास ढेर सारा सोना हो। जिसके पास जितना सोना होता है वह उतना की अधिक धनवान और प्रतिष्ठित कहलाता है। सोने का इतिहास धन से भी जुड़ा हुआ है। अर्थव्यवस्था में इसका महत्वपूर्ण योगदान होता है। इसलिए यह सबसे कीमती धातुओं में से एक है। लेकिन आपके मन में यह सवाल उठता रहता होगा कि आखिर यह सोना आता कहां से है। इसकी खान कहां-कहां है। भारत में सोने का सबसे अधिक प्रोडक्शन कर्नाटक के हुट्टी और उटी नामक खानों से होता है। इसके बाद आंध्र प्रदश और झारखंड में खानों से कुछ मात्रा में सोना निकाला जाता है। दुनिया में अफ्रीका, एशिया, उत्तरी और दक्षिणी अमेरिकी व ऑस्ट्रेलिया महादेशों के कई देशों में पाया जाता है। खान में सोना अकेले नहीं होता है यह अयस्कों में मिश्रित होता है। काफी प्रोसेस के द्वारा तैयार किया जाता है। उधर एक्सपर्ट्स का कहना है कि सोना दुनिया में हर तरफ बिखरा है। जमीन से लेकर समुद्र के पानी तक, पेड़ों की पत्तियों में भी सोना पाया जाता है। आइए जानते हैं सोने से जुड़े तथ्य के बारे में।
उल्का पिंडों जरिए धरती पर गिरा था सोना
एक्सपर्ट्स की माने तो सोना हर जगह मौजूद है। 400 करोड़ साल पहले धरती पर अंतरिक्ष से उल्का पिंड गिरे थे जिसके जरिए सोना धरती पर आया। यह उल्का पिंड कोई एक जगह नहीं गिरे बल्कि पूरी धरती पर गिरे थे। जिसकी वजह से पृथ्वी पर सोना हर जगह सोना पाया जाता है। यानी सभी महाद्वीप और समुद्रों में भी पाया जाता है। सोना मिट्टी में भी पाया जाता है। लेकिन इसे निकालना इतना आसान नहीं है।
पेड़-पौधों की पत्तियों में भी सोना मौजूद
उधर वैज्ञानिकों का कहना है कि पेड़-पौधों की पत्तियों में भी सोना मौजूद है। लेकिन एकदम सूक्ष्म रूप हैं। जिसे निकालना कठिन है। वर्ष 2013 के दौरान ऑस्ट्रेलिया में यूकेलिप्टस की पत्तियों में सोने के कण मिले थे। हालांकि इन कणों की मोटाई लोगों के बाल की मोटाई का भी 10वां हिस्सा है। यह इतना कम है कि आपको अंगुठी बनाने के लिए जंगल के पूरे पेड़ों को काटना पड़ेगा। उनका कहना है कि सोना दुनिया में बिखरा पड़ा है।
पृथ्वी के केंद्र में है सोना का भंडार
ऑस्ट्रेलियाई जियोलॉजिस्ट बर्नाड वुड के मुताबिक कि पृथ्वी के केंद्र में इतना सोना है कि जिससे पूरी धरती मोटी परतों से ढक सकता है। लेकिन यह पृथ्वी के केंद्र में लिक्विड रूप में हैं। यह धरती की सतह से इतना नीचे है कि जिसे निकालना इतना आसान नहीं है। क्योंकि पृथ्वी के केंद्र में करीब 6000 डिग्री सेंटिग्रेट तापमान है। जिसकी वजह से यहां से सोना निकालना फिलहाल मुमकीन नहीं है। वैज्ञानिकों के मुताबिक धरती के भीतर जितना सोना मौजूद है उसमें से काफी कम सोना निकला गया है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट के मुताबिक पूरी दुनिया में अब तक 1.8 लाख टन सोना ही निकाला गया है।