- भारतीय बैंक एसोसिएशन (आईबीए) और बैंक कर्मचारी यूनियनों ने कर्मचारियों की सैलरी वृद्धि पर सहमति दे दी है
- इससे बैंकों में काम करने वाले 09 लाख कर्मचारियों को फायदा होगा
- कर्मचारियों की वेतन वृद्धि से 7898 करोड़ रुपए का एक्स्ट्रा खर्च होगा
Banks employees pay hike : सरकारी बैंकों और पुराने प्राइवेट सेक्टर के बैंकों में काम करने वाले 09 लाख कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है। भारतीय बैंक एसोसिएशन (आईबीए) और बैंक कर्मचारी यूनियनों ने आखिरकार उनके वेतन में 15% बढ़ोतरी और पेंशन योगदान में 4% की वृद्धि पर सहमति दे दी है। इस कदम कर्मचारियों के सालाना वेतन बिल में बैंकों पर 7,900 करोड़ रुपए एक्स्ट्रा भार पड़ेगा। पहले इन कर्मचारियों के मूल वेतन और महंगाई भत्ता (डीए) का 10% उनकी रिटायरमेंट किटी पर जाता था। लेकिन वेतन स्ट्रैक्चर में लेटेस्ट संशोधन के साथ, पेंशन में उनके बेसिक और डीए का 14% योगदान दिया जाएगा।
इसके अलावा, कम से कम पांच दिन की बैसिक सैलरी और डीए के योग्य ऑपरेटिंग प्रोफिट्स में 5% से अधिक वृद्धि की रिपोर्ट करने वाले कर्मचारियों के प्रदर्शन से जुड़े प्रोत्साहन की शुरुआत पर जोर है। अधिक ऑपरेटिंग प्रोफिट की रिपोर्ट करने वाले बैंकों के लिए राशि अधिक होगी। यह टाइम्स ऑफ इंडिया ने एक रिपोर्ट में उल्लेख किया है।
यह फैसला बैंक मैनेजमेंट का प्रतिनिधित्व करने वाले संगठन आईबीए और बैंकों के कर्मचारियों तथा अधिकारियों की यूनियनों का प्रतिनिधित्व करने वाले यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) के सदस्यों के बीच हुई बैठक में लिया गया।
बैंक यूनियंस और आईबीए के बीच हुए समझौते के मुताबिक यह वेतन वृद्धि नवंबर 2017 से प्रभाव में आएगी। समझौते के मुताबिक वेतन और भत्तों में सालाना 15% वृद्धि 31 मार्च 2017 के वेतन बिल के आधार पर दी जाएगी। पे-स्लिप में शामिल मदों के मुताबिक इस पर 7,898 करोड़ रुपए का एक्स्ट्रा खर्च होगा।
सरकारी, प्राइवेट और विदेशी बैंकों समेत 37 बैंकों ने अपने कर्मचारियों की वेतन वृद्धि के बारे में फैसला लेने के लिए आईबीए को अधिकार दिया हुआ है।