- जून में देश का व्यापार घाटा 25.63 अरब डॉलर हो गया।
- पिछले महीने वस्तुओं का एक्सपोर्ट 37.94 अरब डॉलर हो गया।
- जून 2022 में देश ने 63.58 अरब डॉलर के प्रोडक्ट्स का आयात किया।
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने पिछले महीने यानी जून 2022 के आयात- निर्यात और व्यापार घाटे (Trade Deficit) के आंकड़े जारी कर दिए हैं। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, जून में सालाना आधार पर देश का वस्तुओं का एक्सपोर्ट बढ़ा है। इसके साथ ही देश के आयात में भी बढ़ोतरी हुई है। मई की तुलना में जून 2022 में देश में निर्यात की वृद्धि दर धीमी पड़ी है।
क्या कहते हैं आंकड़े?
जून में सालाना आधार पर देश का वस्तुओं का एक्सपोर्ट 16.78 फीसदी बढ़कर 37.94 अरब डॉलर पर पहुंच गया। इस दौरान सोने और कच्चे तेल का आयात बिल बढ़ने से व्यापार घाटा रिकॉर्ड 25.63 अरब डॉलर हो गया। जबकि एक साल पहले की समान अवधि में देश का ट्रेड डेफिसिट 9.61 अरब डॉलर था। मई 2022 में देश का निर्यात 20.55 फीसदी की दर से बढ़ा था। वहीं एक साल पहले जून 2021 में वृद्धि दर 48.34 फीसदी रही थी। इस महीने में देश का आयात एक साल पहले की तुलना में 51 फीसदी बढ़ गया। बीते महीने देश ने 63.58 अरब डॉलर के उत्पादों का आयात किया।
तिमाही आधार पर इतना रहा आयात- निर्यात
चालू वित्त वर्ष के पहले तीन महीनों यानी अप्रैल से जून तिमाही में देश का निर्यात 22.22 फीसदी बढ़कर 116.77 अरब डॉलर पर पहुंच गया। इसी अवधि में आयात 47.31 फीसदी बढ़कर 187.02 अरब डॉलर हो गया। इस तरह वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में व्यापार घाटा 70.25 अरब डॉलर पर पहुंच गया। एक साल पहले की समान तिमाही में यह 31.42 अरब डॉलर रहा था।
जून 2022 में कोयला एवं कोक आयात व्यय भी 6.41 अरब डॉलर पर पहुंच गया। एक साल पहले की समान अवधि में यह 1.88 अरब डॉलर रहा था। इसी तरह बीते महीने में देश ने 2.61 अरब डॉलर के सोने का आयात किया जो जून, 2021 की तुलना में 169.5 फीसदी अधिक है।
98 फीसदी बढ़ा पेट्रोलियम उत्पादों का निर्यात
अगर निर्यात के मोर्चे पर देखें, तो पेट्रोलियम उत्पादों का निर्यात 98 फीसदी बढ़कर 7.82 अरब डॉलर हो गया। इसी तरह रत्न एवं आभूषणों का निर्यात 19.41 फीसदी बढ़कर 3.37 अरब डॉलर रहा। इन व्यापार आंकड़ों पर रेटिंग एजेंसी इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि सोने के आयात में अपेक्षित गिरावट आने के बावजूद जून में निर्यात के कम होने से व्यापार घाटा 'चिंताजनक' स्तर तक पहुंच गया।
उन्होंने कहा, 'हम उम्मीद करते हैं कि वस्तु व्यापार घाटा 2022 के बाकी बचे हुए समय में 20 अरब डॉलर से अधिक रहेगा। हालांकि, सेवा क्षेत्र के अधिशेष से आंशिक रूप से इस झटके को झेलने में मदद मिलेगी। वित्त वर्ष 2022-23 में चालू खाते का घाटा (कैड)100-105 अरब डॉलर के दायरे में रहने का अनुमान है।' मौजूदा स्थिति में निर्यातक संगठन फियो के अध्यक्ष ए शक्तिवेल ने मूल्यवर्द्धित निर्यात को बढ़ावा देने और कंटेनर विनिर्माण को समर्थन देने की मांग की है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)