नई दिल्ली। किसी लड़की का भविष्य सुरक्षित करने का मतलब है उसकी शिक्षा की व्यवस्था करना। भारत के ज्यादातर हिस्से ने कई वर्षों में धीरे-धीरे निश्चित रूप से इस बाधा को पार कर लिया है। अब हमारी प्राथमिकताएं बदल गई हैं। अब प्राथमिकता उसे शिक्षित करने की जगह आर्थिक रूप से सुरक्षित करना है। इस दिशा में, सरकार ने ऐसी योजनाओं की घोषणा की है जो कर लाभ देती हैं ताकि माता-पिता इस प्रक्रिया को जल्दी शुरू करें।
बेहद काम की है सुकन्या समृद्धि योजना
सबसे लोकप्रिय सरकारी बचत योजनाओं में से एक है, सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana, SSY)। राष्ट्रीय बचत संस्थान की वेबसाइट के अनुसार 31 दिसंबर 2021 तक इस योजना के तहत लोगों द्वारा बचाई गई राशि 2.76 करोड़ ग्राहकों के साथ 1.22 लाख करोड़ रुपये थी।
एसएसवाई का उद्देश्य बालिकाओं के वित्तीय भविष्य को सुरक्षित करना है। इसकी लोकप्रियता का एक महत्वपूर्ण कारण यह है कि इसे 250 रुपये की न्यूनतम शुरुआती राशि से खोला जा सकता है और उसके बाद इसे 50 रुपये के गुणकों में बढ़ाया जा सकता है। खाते को सक्रिय रखने के लिए हर साल न्यूनतम 250 रुपये जमा कराने होते हैं। किसी खाते में जमा की गई कुल राशि सालाना 1.5 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए।
यह 21 साल की योजना है पर नियमित जमा करने की जरूरत होती है। वैसे तो इसकी अवधि 21 साल है, लेकिन शुरू के 15 वर्ष ही धन जमा करना होता है। इसके बाद, भुगतान की आवश्यकता नहीं होती है। योजना 18 वर्ष की आयु तक पहुंचने के बाद धन की निकासी की अनुमति देती है। कर लाभ के लिए, योगदान को धारा 80 सी के तहत कर लाभ मिलता है जबकि अर्जित ब्याज कर मुक्त रहता है और परिपक्वता राशि कर मुक्त होती है।
एसएसवाई सरकार द्वारा घोषित एक योजना भर है, लेकिन यह माता-पिता को अन्य योजनाओं में निवेश करने से नहीं रोकती है। बच्ची को एक सुरक्षित भविष्य देने के लिए, उसके जीवन की मुख्य घटनाओं को चिह्नित किया जाना चाहिए और उसके अनुसार बचत उपायों का चयन किया जाना चाहिए।
जहां तक माता-पिता का संबंध है, शिक्षा और विवाह एक लड़की के जीवन की दो सबसे महत्वपूर्ण घटनाएं होती हैं। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है जो माता-पिता को अपनी सेवानिवृत्ति तक उसके भविष्य के लिए बचत करने से रोकता है। माता-पिता बचत शुरू कर सकते हैं और जब लड़की खुद काम करना शुरू करती है तो उसे जारी रख सकती है ताकि वह चक्रवृद्धि के लाभ से वंचित न हो।
ये विकल्प भी हैं बेहतर
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) या गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF), पब्लिक प्रोवीडेंट फंड्स (PPF), म्यूचुअल फंड्स, के अलावा, इंश्योरेंस चाइल्ड प्लान भी अच्छा विकल्प है। यह प्रीमियम की छूट (डब्ल्यूओपी) विकल्प के साथ है। इस छूट से यह सुनिश्चित होता है कि पॉलिसीधारक की मृत्यु के बाद या प्रीमियम का भुगतान करने में असमर्थता के कारण पॉलिसी समाप्त या निष्क्रिय नहीं हो जाती है।
लड़कियों को शिक्षित करने में सफल रही है सरकार
सरकार अपने विभिन्न अभियानों के माध्यम से देश के अधिकांश हिस्सों में लड़कियों को शिक्षित करने में काफी हद तक सफल रही है। हालांकि कुछ क्षेत्र हैं जहां अभी भी काम की जरूरत है। अगला कदम एक लड़की को वही अवसर देना है जो एक लड़के को मिलता है और एक स्थिर, सुरक्षित और बेहतर भविष्य प्रदान करना है।
(इस लेख के लेखक, TradeSmart के सीईओ विकास सिंघानिया हैं)
(डिस्क्लेमर: ये लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसको निवेश से जुड़ी, वित्तीय या दूसरी सलाह न माना जाए)