- आजादी के 75 साल पूरे होने पर देश 'आजादी का अमृत महोत्सव' मना रहा है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सभी सोशल मीडिया पेज की डीपी बदलकर तिरंगे की तस्वीर लगाई।
- देशभर में लोग हर घर तिरंगा अभियान से जुड़ने के लिए उत्साहित है।
Har Ghar Tiranga Abhiyan: 13 अगस्त से 15 अगस्त 2022 के बीच देश भर में 'हर घर तिरंगा' अभियान उत्सव की तरह मनाया जाएगा। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने लोगों से अपील है कि वे अपने घरों पर तिरंगा फहराएं। इस अभियान के लिए कंपनियों की भी अहम भूमिका हो सकती है। सरकार ने कंपनियों को हर घर तिरंगा अभियान से जुड़ी गतिविधियों के लिए अपने कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व (CSR) फंड का इस्तेमाल करने के लिए मंजूरी दे दी है।
अभियान में क्या कर सकती हैं कंपनियां?
हाल ही में सरकार ने एक परिपत्र जारी किया था। इसमें कंपनियों को हर घर तिरंगा अभियान के लिए सीएसआर निधि (CSR Fund) का इस्तेमाल करने की छूट दी गई। अभियान के तहत कंपनियों को भागीदारी करने के लिए कंपनी अधिनियम, 2013 के सीएसआर प्रावधान में छूट देने की घोषणा की गई है।
कंपनी अधिनियम, 2013 के तहत, कुछ वर्ग की लाभदायक कंपनियों को कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व गतिविधियों के लिए अपने तीन साल के वार्षिक औसत शुद्ध लाभ का कम से कम दो फीसदी खर्च करना आवश्यक है। परिपत्र के अनुसार, इस अभियान के लिए ये गतिविधियां कंपनी अधिनियम के शेड्यूल VII के प्रावधानों के तहत सीएसआर फंड के दायरे में आएंगी। इसे कंपनी सीएसआर नीति नियम, 2014 (Companies CSR Policy Rules, 2014) का हिस्सा माना जाएगा।
सर्कुलर में कहा गया है कि, 'इस अभियान से संबंधित गतिविधियों के लिए सीएसआर फंड का खर्च बड़े पैमाने पर राष्ट्रीय ध्वज की प्रोडक्शन, सप्लाई, आउटरीच और प्रवर्धन प्रयास, आदि योग्य सीएसआर गतिविधियां हैं।'
क्या है 'हर घर तिरंगा' अभियान? (What is Har Ghar Tiranga Abhiyan)
उल्लेखनीय है कि आजादी के 75 साल पूरे होने के अवसर पर भारत सरकार ने 'हर घर तिरंगा' अभियान का ऐनाल किया है। इसके तहत लोगों को अपने घरों पर तिरंगा फहराने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। 'आजादी का अमृत महोत्सव' (Azadi Ka Amrit Mahotsav) के एक हिस्से के तौर पर ही इस अभियान को आयोजित किया जा रहा है।