नई दिल्ली: सबसे बड़े प्राइवेट बैंक एचडीएफसी बैंक की नेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग सेवाओं को मंगलवार को समस्या पैदा हो गई। यूजर्स ने उन्हें एक्सेस करने में समस्याएं बताईं। बैंक ने एक बयान जारी कर कहा कि इस परेशानी को सुलझाने पर काम किया जा रहा है। कई ग्राहक बैंक की सेवाओं तक पहुंचने में समस्याओं की रिपोर्ट करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिख रहे हैं।
बैंक ने ट्वीट कर कहा कि कुछ ग्राहक हमारे नेटबैंकिंग/मोबाइलबैंकिंग ऐप को एक्सेस करने के लिए रुक-रुक कर परेशानी का सामना कर रहे हैं। हम इसे प्राथमिकता के आधार पर देख रहे हैं। हम असुविधा के लिए माफी मांगते हैं और आपसे अनुरोध करते हैं कि आप कुछ समय बाद फिर से कोशिश करें। धन्यवाद।
एक यूजर ने ट्विटर पर बैंक को टैग किया और कहा कि एचडीएफसी की नेटबैंकिंग सुचारू रूप से काम नहीं कर रही है। वित्तीय वर्ष समाप्त होने के साथ ही यह महत्वपूर्ण दिन है। एक अन्य यूजर्स ने पूछा कि आपका इशू कब हल होने वाला है ??? क्या आप इसका जवाब दे सकते हैं"।
एक अन्य निराश यूजर ने लिखा कि एचडीएफसी नेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग पिछले तीन घंटों से रुकी हुई है। फोन बैंकिंग वाले लोग तोते की तरह मजेदार प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। 'कुछ समय बाद कोशिश करें' उन्होंने कहा कि तीन घंटे पहले और तीन घंटे बाद वही प्रतिक्रिया। ऐसा लगता है, 'कुछ समय' का कोई मूल्य नहीं है।
गौर हो कि यह पहली बार नहीं है जबकि HDFC बैंक के ग्राहकों को दिक्कत हुई है। पूर्व में भी दो बार पर ऐसा हो चुका है। रिजर्व बैंक ने उस समय HDFC बैंक पर इसके लिए जुर्माना भी लगाया था।
पिछले दो साल के दौरान HDFC बैंक में सेवाओं में बाधा की समस्या को देखते हुए दिसंबर में रिजर्व बैंक ने प्राइवेट सेक्टर के बैंक पर नए डिजिटल बैंकिंग पहल शुरू करने और नए क्रेडिट कार्ड जारी करने की रोक लगा दी थी। सेवाओं में गड़बड़ी को लेकर HDFC बैंक पर दो अवसरों नवंबर, 2018 और दिसंबर, 2019 में जुर्माना भी लगाया जा चुका है।
बैंक में सेवाओं में आ रही बाधा की शिकायतों पर कड़ा रूख अपनाते हुए RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने दिसंबर में कहा था कि बैंक में कुछ खामियां चिंता का विषय हैं। गवर्नर ने कहा था कि HDFC बैंक को और विस्तार से पहले अपनी आईटी सिस्टम को मजबूत करना चाहिए।