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घर बैठे जीवन प्रमाण पत्र जमा करने के लिए कैसे करें फेस आईडी का उपयोग? जानें प्रोसेस

Updated Jan 12, 2022 | 12:13 IST

Face ID for submitting annual life certificate: कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर केंद्र सरकार के पेंशनभोगियों के लिए जीवन प्रमाण पत्र जमा करने की आखिरी तारीख 28 फरवरी 2022 तक बढ़ाई है।

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घर बैठे जीवन प्रमाण पत्र जमा करने के लिए कैसे करें फेस आईडी का उपयोग? जानें प्रोसेस (Pic: iStock)
मुख्य बातें
  • पेंशनभोगियों की सुविधाओं के लिए सरकार ने फेस रिकग्निशन टेक्नोलॉजी शुरू की थी।
  • इससे लाखों पेंशनभोगियों को बड़ी राहत मिली है।
  • आप घर बैठे जीवन प्रमाण पत्र जमा करने के लिए करें Face ID का उपयोग कर सकते हैं।

Face ID for submitting annual life certificate: सरकारी पेंशनभोगियों के लिए अपना वार्षिक जीवन प्रमाण पत्र (Annual life certificate) जमा करने की समय सीमा 31 दिसंबर 2021 की पिछली समय सीमा से बढ़कर 28 फरवरी 2022 हो गई है। पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग ने एक मेमोरेंडम के माध्यम से समय सीमा आगे बढ़ाने की घोषणा की थी।

सरकार ने शुरू की फेस रिकग्निशन टेक्नोलॉजी
सरकार ने हाल ही में सेवानिवृत्त और बुजुर्ग नागरिकों के जीवन को आसान बनाने के लिए पेंशनभोगियों के लिए फेस रिकग्निशन टेक्नोलॉजी (Face Recognition Technology) शुरू की है। सरकार ने कहा कि इससे केंद्र सरकार के लगभग 68 लाख पेंशनभोगियों को लाभ होगा क्योंकि वे अब केवल मोबाइल ऐप से ही जीवन प्रमाण पत्र जमा कर सकेंगे।

फेस आईडी के माध्यम से जीवन प्रमाण पत्र जमा करने के लिए आवश्यकताएं-

  • एंड्रॉइड स्मार्टफोन
  • इंटरनेट कनेक्शन
  • पेंशन वितरण प्राधिकरण के पास पंजीकृत आधार संख्या
  • कैमरा रिजॉल्यूशन- 5MP या उससे अधिक

फेस रिकग्निशन सर्विस के माध्यम से डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र कैसे जमा करें (How to submit digital life certificate)

  1. सबसे पहले Google Play Store से AadhaarFaceID ऐप डाउनलोड करें।
  2. उपयुक्त ऑथराइजेशन प्रदान करें
  3. अब ऑपरेटर ऑथेंटिकेशन पूरा करें और ऑपरेटर के चेहरे को स्कैन करें। ध्यान दें कि यह एक बार की प्रक्रिया है। पेंशनभोगी ऑपरेटर के रूप में भी काम कर सकते हैं।
  4. डिवाइस अब डीएलसी जेनरेशन और पेंशनभोगी प्रमाणीकरण के लिए तैयार है।
  5. अब पेंशनभोगी की जानकारी भरें।
  6. पेंशनभोगी की लाइव तस्वीर को स्कैन करें।

यह सुविधा उन वरिष्ठ नागरिक पेंशनभोगियों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जो विभिन्न कारणों से फिंगरप्रिंट बायोमेट्रिक आईडी के रूप में जमा नहीं कर सकते हैं। केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने इस टेक्नोलॉजी के लॉन्च के समय कहा था कि, 'जीवन प्रमाण पत्र देने की फेस रिकग्निशन तकनीक एक ऐतिहासिक कदम है क्योंकि यह 68 लाख केंद्र सरकार के पेंशनभोगियों के जीवन को प्रभावित करेगी।

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