- जीडीपी के आंकड़े राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय की ओर से जारी होते हैं।
- विश्लेषकों का अनुमान कि भारतीय अर्थव्यवस्था दहाई अंकों में वृद्धि कर सकती है।
- वित्त वर्ष 2021-22 में जीडीपी वृद्धि दर 8.7 फीसदी रही थी।
नई दिल्ली। सरकार की ओर से चालू वित्त वर्ष (FY 2022-23) की पहली तिमाही के विकास दर के आंकड़े (GDP Growth Rate) जारी हो चुके हैं। अप्रैल-जून 2022-23 में भारत की अर्थव्यवस्था में 13.5 फीसदी की दर से वृद्धि हुई है। पिछले साल (वित्त वर्ष 2021-22) में अप्रैल से जून तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी की वृद्धि दर 20.1 फीसदी रही थी। पहले कई विश्लेषकों ने देश की आर्थिक वृद्धि दर को दहाई अंक में रहने का अनुमान जताया था।
यह एक साल में जीडीपी के आंकड़ों में पहली दोहरे अंकों की वृद्धि है। इससे पहले 2021-22 की पहली तिमाही में दोहरे अंकों की वृद्धि दर्ज की गई थी। 2021-22 की पहली तिमाही में 20.1 फीसदी की वृद्धि दर्ज करने के बाद, सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि में लगातार गिरावट आई थी। 2021-22 की दूसरी तिमाही में यह घटकर 8.4 फीसदी पर आ गई, तीसरी तिमाही में यह और गिरकर 5.4 फीसदी पर आई, जबकि पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में यह घटकर 4.1 फीसदी पर आ गई थी।
आंकड़े जारी, अप्रैल से जुलाई के बीच सरकार को हुआ 3.41 लाख करोड़ का वित्तीय घाटा
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा बुधवार को जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। उल्लेखनीय है कि साल 2022 की अप्रैल से जून तिमाही में चीन की वृद्धि दर 0.4 फीसदी रही है।
कितनी वृद्धि का लगाया गया था अनुमान?
रेटिंग एजेंसी इक्रा ने जीडीपी 13 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान लगाया था, वहीं भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपनी रिपोर्ट में 15.7 फीसदी वृद्धि का अनुमान व्यक्त किया था। इस महीने की शुरुआत में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपनी मौद्रिक नीति समिति की बैठक (MPC Meeting) में कहा था कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 16.2 फीसदी के करीब रह सकती है।