- एविएशन टर्बाइन फ्यूल की मौजूदा कीमत 30 जून 2022 तक लागू है।
- एयरलाइन की परिचालन लागत में ATF का 40 फीसदी हिस्सा होता है।
- नई दिल्ली में एटीएफ की कीमत 1.41 लाख रुपये प्रति किलोलीटर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर है।
नई दिल्ली। हवाई सफर करने वालों को झटका लगा है। देश एविएशन टर्बाइन फ्यूल (Aviation Turbine Fuel) या जेट ईंधन की कीमत साल 2022 के छह महीनों में लगभग दोगुनी हो गई है। ऐसे में कंपनियों ने ईंधन की कीमत में वृद्धि का बोझ ग्राहकों पर डाला है। भारतीय एयरलाइन ने एक बार फिर से हवाई किराए में वृद्धि कर दी है। फ्लाइट टिकट (Flight Ticket) की कीमत में पहली बढ़ोतरी इस साल मार्च में की गई थी। इसके बाद मई 2022 में दोबारा एयरलाइन की टिकट महंगी हो गई थी। अब तीमरी बार प्लेन से सफर करने वालों को झटका लगा है।
आसमान पर एटीएफ की कीमत
साल 2022 में ब्रेंट क्रूड (तेल के लिए एशियाई बेंचमार्क) 45 फीसदी बढ़ गया है, जबकि दिल्ली में विमानन टर्बाइन ईंधन की कीमत में लगभग 90 फीसदी की वृद्धि हुई है।
हवाई सफर होगा महंगा! अब तक के उच्च स्तर पर पहुंची ATF की कीमत
कितना बढ़ा किराया?
औसतन, एयरलाइंस ने 7 दिनों की फॉरवर्ड बुकिंग के लिए टिकट की कीमत में 4 फीसदी से 15 फीसदी तक की बढ़ोतरी की है, जबकि 2 महीने की फॉरवर्ड बुकिंग के लिए कंपनियों ने 6 फीसदी से 10 फीसदी तक की बढ़ोतरी की है। 27 जून 2022 को टिकट की कीमतों की जांच की गई। शुद्ध आधार पर, पिछले 4 महीनों में, 7 दिन की फॉरवर्ड बुकिंग के लिए हवाई किराए में 26 फीसदी से 47 फीसदी और 2 महीने की फॉरवर्ड बुकिंग के लिए 107 फीसदी से 225 फीसदी की वृद्धि हुई है।
ट्रैक किए गए 20 मार्गों में, जिन्होंने 7 दिनों की फॉरवर्ड बुकिंग के लिए टिकट की कीमत में सबसे अधिक वृद्धि देखी है, उनमें हैदराबाद से दिल्ली, मुंबई से दिल्ली, दिल्ली से मुंबई, दिल्ली से कोलकाता और दिल्ली-हैदराबाद शामिल हैं। वहीं 2 महीने की फॉरवर्ड बुकिंग के लिए टिकट की कीमत में सबसे अधिक वृद्धि चेन्नई से दिल्ली, दिल्ली से चेन्नई, दिल्ली से हैदराबाद, हैदराबाद से दिल्ली और दिल्ली से पुणे मार्ग में देखी गई।