- इंडियन ओवरसीज बैंक ने स्वयं सहायता ग्रुप की मदद के लिए एक स्कीम लॉन्च किया है
- इस स्कीम के तकह बैंक स्वयं सहायता ग्रुप को एक लाख रुपए तक लोन दे रहा है
- इस स्कीम का लाभ 30 जून, 2020 तक लिया जा सकेगा
नई दिल्ली : देशव्यापी लॉकडाउन के बीच लोगों का सहायता देने के लिए बैंक भी आगे आया है। सरकारी बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB) ने स्वयं सहायता समूहों (self help groups) को कोरोना वायरस के चलते पैदा हुए कठिन परिस्थिति में मदद करने के लिए स्पेशल लोन प्रोग्राम लॉन्च किया है। बैंक इस स्कीम के तहत स्वयं सहायता ग्रुप के प्रत्येक सदस्य के लिए 5,000 रुपए और ग्रुप के लिए अधिकतम एक लाख रुपए तक लोन देने का फैसला किया है।
लोन लेने की शर्तें
बैंक ने कहा कि बेहतर रिकॉर्ड वाले और इडियन ओवरसीज बैंक से कम से कम दो बार लोन लेने वाले स्वयं सहायता ग्रुप इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे। इस स्कीम का लाभ 30 जून, 2020 तक लिया जा सकेगा। बैंक के नियम के अनुसार, सिर्फ वही स्वयं सहायता ग्रुप इस स्कीम के तहत लॉन लेने के पात्र होंगे जिनका लोन एक मार्च, 2020 तक मानक होगा और उसका भुगतान किया जा रहा होगा।
6 महीने तक नहीं देनी होगी कोई EMI
लोन का भुगतान 30 मासिक किस्तों (EMI) में करना होगा। हालांकि, पहले 6 महीने तक कोई EMI नहीं देनी होगी। इस स्कीम के तहत ऋण पर ब्याज दर 9.4% होगी। बैंक ने कहा है कि वह इस स्कीम के तहत लोन के लिए प्रोसेसिंग फी या भुगतान पूर्व फ्री नहीं लेगा।
सीधे बैंक ब्रांच में जाकर ले सकते हैं लोन
इंडियन ओवरसीज बैंक ने कहा है कि इच्छुक स्वयं सहायता ग्रुप सीधे बैंक ब्रांच में जाकर या बैंक सहायकों के जरिए इसके लिए आवेदन कर सकेंगे। IOB ने कहा है कि इस लोन को 6 कार्य दिवस में मंजूर और वितरित किया जाएगा।
आईओबी के एमडी और सीईओ कही ये बात
आईओबी के एमडी और सीईओ कर्णम सेजल ने कहा कि स्वयं सहायता ग्रुप (SHG) उधारकर्ता अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। हम स्वयं सहायता ग्रुप के लिए अपने समर्थन का विस्तार करने और कोरोना वायरस के मद्देनजर उनकी सहायता करने के लिए अपनी पूरी क्षमता से काम कर रहे हैं। हमारे प्रयास अर्थव्यवस्था में सभी सेक्टर को ठीक से काम करने और संकट के बीच लोगों के हाथों को मजबूत बनाने के लिए भारत सरकार की सलाह के साथ जुड़े हुए हैं। इस लोन से स्वयं सहायता ग्रुप को कठिन समय से निकलने में मदद मिलेगी जो वे वर्तमान सामना कर रहे हैं।
इसके अलावा, इन लोन का स्वयं सहायता ग्रुप के धन के साथ कोई संबंध नहीं होगा। इसके अलावा, उधारकर्ताओं के इस सेगमेंट को प्रोत्साहित करने के लिए समूह से अतिरिक्त सेक्युरिटी की जरूरत नहीं होगी।