नई दिल्ली: टाटा संस के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा को टाईकॉन मुंबई 2020 लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड दिया गया है। उन्हें यह अवॉर्ड इंफोसिस के सह संस्थापक एनआर नारायणमूर्ति ने दिया और इसके साथ ही उन्होंने रतन टाटा के पैर छूकर आशिर्वाद लिए। दोनों की यह तस्वीर सामने आई है। इस कार्यक्रम में रतन टाटा ने स्टार्टअप कंपनियों को चेताया है। उन्होंने कहा कि निवेशकों के पैसे को धुएं में उड़ाने वाले स्टार्टअप को दूसर मौका नहीं मिलेगा।
गौरतलब है कि रतन टाटा ने खुद कई स्टार्टअप में निवेश किया है। टाटा का यह बयान काफी अहम है, क्योंकि इन दिनों कई स्टार्टअप कंपनियों पर निवेशकों के पैसे बर्बाद करने का आरोप लग रहा है। आरोप है कि ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट जब अपने टॉप पर थी तो वह हर महीने 15 करोड़ डॉलर फूंक रही थी।
रतन टाटा ने कहा, 'हमारे सामने एसी स्टार्टअप कंपनियां भी हो सकतीं हैं जो हमारा ध्यान खीचेंगी, पैसा जुटायेंगी और गायब हो जाएंगी। लेकिन ऐसी कंपनियों को दूसरा और तीसरा मौका नहीं मिलेगा।' ध्यान रहे कि रतन टाटा खुद ई कॉमर्स कंपनी स्नैपडील में निवेश कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप को मार्गदर्शन, सलाह, नेटवर्किंग और पहचान की जरूरत होती है।
इस मौके पर दिग्गज सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस के को-फाउंडर एन आर नारायणमूर्ति ने मंगलवार को बैंक और पेंसन फंड भारतयी स्टार्टअप में निवेश की बात कही। टाईकॉन अवॉर्ड के मौके पर उन्होंने ये बात कही है। टाईकॉन इवेंट में बता करते हुए मूर्ति ने कहा कि आने वाली कंपनियों में रिस्क कैपिटल के रूप में जो पैसे निवेश किए गए हैं, वह विदेशी है। वक्त आ गया है कि घरेलू निवेशक अपना अहम रोल अदा करें।