नई दिल्ली: निवेशकों ने अक्टूबर में गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेट फंड (ईटीएफ) से लाभ काटने के उद्येश्य से 31 करोड़ रुपये निकाले। इससे पिछले दो माह निवेशकों ने धन लागने के सुरक्षित विकल्प समझे जाने वाली ईटीएफ यूनिटों में 200 करोड़ रुपये डाले थे।
अक्टूबर में निवेशकों ने मुनाफा काटने के लिए गोल्ड ईटीएफ से धन की निकासी की। सितंबर में गोल्ड ईटीएफ में 44.11 करोड़ रुपये और अगस्त में 145.29 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ था और यह पिछले साल नवंबर के इस योजना में पहली बाजार निवेश में कुल मिला कर बढोतरी हुई थी। नवंबर 2018 में शुद्ध निवेश 10 करोड़ रुपये का था।इससे भी पहले अक्टूबर, 2016 में गोल्ड ईटीएफ में 20 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश और मई, 2013 में पांच करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ था।
विशेषज्ञों का कहना है कि सोने की कीमतों में अचानक आई तेजी की वजह से निवेशक ईटीएफ से निकासी कर रहे हैं। अमेरिका-चीन के बीच व्यापार वार्ता ठीक तरीके से आगे नहीं बढ़ रही है और वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर उम्मीद से कम रहने की आशंका है। इससे सोने की चमक बढ़ रही है।
एसोसिएशन आफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के ताजा आंकड़ों के अनुसार पिछले महीने गोल्ड ईटीएफ से 31.45 करोड़ रुपये की निकासी हुई। मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट एडवाइजर इंडिया के वरिष्ठ विश्लेषक प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि गोल्ड ईटीएफ से हालिया निकासी की वजह निवेशकों की मुनाफावसूली है