- भारत में शेड्यूल अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानों पर प्रतिबंध बढ़कर 31 जनवरी 2022 तक कर दिया गया है।
- देश में 23 मार्च 2020 से कॉमर्शियल उड़ानों पर प्रतिबंध लगा है।
- भारत ने 27 देशों के साथ एयर बबल समझौते किए हैं।
International Flight Operations: कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के चलते नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने भारत में शेड्यूल अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानों पर प्रतिबंध बढ़ाकर 31 जनवरी 2022 तक कर दिया है। मालूम हो कि देश में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए 23 मार्च 2020 में कॉमर्शियल उड़ानों को सस्पेंड कर दिया गया था।
इन उड़ानों पर लागू नहीं होगा प्रतिबंध
यह प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय ऑल-कार्गो संचालन और एविएशन रेगुलेटर द्वारा अनुमोदित उड़ानों पर लागू नहीं होगा। इसके अलावा चुनिंदा देशों के साथ द्विपक्षीय एयर बबल समझौतों के तहत उड़ानें जारी रहेंगी।
ओमिक्रोन वैरिएंट के चलते बढ़ाया प्रतिबंध
मालूम हो कि नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें 15 दिसंबर से शुरू होनी थीं, लेकिन ओमिक्रोन (Omicron) वैरिएंट की वजह से सरकार ने योजना में बदलाव करने का फैसला लिया है। पिछले साल 23 मार्च को कोविड-19 महामारी की वजह से सभी शेड्यूल्ड अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को प्रतिबंधित लगा दिया गया था, जो अब भी जारी है। हालांकि, यात्रियों की सुविधाओं के लिए भारत ने कई देशों के साथ द्विपक्षीय एयर बबल समझौतों (air bubble agreements) के तहत विभिन्न अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित कीं।
भारत ने 27 देशों के साथ किए एयर बबल समझौते
भारत ने अमेरिका, ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात (UAE), केन्या, भूटान और फ्रांस सहित 27 देशों के साथ एयर बबल समझौते किए हैं। दो देशों के बीच एयर बुलबुला एग्रीमेंट के तहत, विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को संचालित किया जाता है। घरेलू मोर्चे पर, भारत के त्योहारी सीजन के दौरान यात्रा 27 नवंबर को समाप्त सप्ताह में हवाई यात्री ट्रैफिक में मामूली वृद्धि हुई।
भारत ने सिंगापुर को 'at-risk' राष्ट्रों की सूची से हटाया
पहली बार दक्षिणी अफ्रीका में ओमिक्रोन का मामला सामने आया था। अब यह वैरिएंट 57 से अधिक देशों में फैल गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को उम्मीद है कि यह संख्या बढ़ती रहेगी। आज भारत ने सिंगापुर को 'at-risk' राष्ट्रों की अपनी सूची से हटा दिया है। ओमिक्रोन वैरिएंट के लिए 'at-risk' देशों की वर्तमान सूची में यूके, यूरोप, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, घाना, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, तंजानिया, हांगकांग और इजराइल शामिल हैं।