नई दिल्ली : मेटल प्रिंटिंग मार्केट सेगमेंट में अपनी अग्रणी स्थिति को मजबूत करने के लक्ष्य से 140 साल पुराने विविधतापूर्ण व्यावसायिक समूह जेके के एक भाग जेके एंटरप्राइजेस ने ईओएस, जर्मनी के साथ एक रणनीतिक भागीदारी की है। ईओएस 3डी मेटल डिजाइन और प्रिंटिंग के बाजार में वैश्विक अग्रणी है। जेके एंटरप्राइजेस न्यूमेश लैब्स प्रा. लि. नामक एक नई सब्सिडियरी बनाएगा और नई संयुक्त उपक्रम कंपनी बैंगलोर में स्थापित होगी और वहीं से परिचालन करेगी। नया संयुक्त उपक्रम ईओएस के तकनीकी ज्ञान के साथ छोटा और फुर्तीला ढांचा बनाएगा। जेके एंटरप्राइजेस संयुक्त उपक्रम के अलावा प्रिंट फार्म में भी निवेश करेगा, जिसकी अवसंरचना और संपत्तियों पर जेके एंटरप्राइजेस का स्वामित्व होगा।
यह संयुक्त उपक्रम डीएफएएम, पार्ट स्क्रीनिंग एवं सिलेक्शन, टोपोलॉजी ऑप्टिमाइजेशन के क्षेत्र में और बिजनेस केस जनरेट करने के लिये ईओएस एडिटिव माइंड्स कंसल्टिंग टॉपिक्स की पेशकश कर मेटल 3डी प्रिंटिंग को अपनाने में भारतीय कंपनियों को सहयोग देगा। इसके अलावा, जेके एंटरप्राइजेस एक प्रिंट फार्म में निवेश करेगा, जिसमें ऑनसाइट और ऑफसाइट, दोनों क्षमताओं के विकल्प होंगे। यह सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस न केवल भारतीय ग्राहकों को सहयोग देगा, बल्कि वैश्विक बाजार में सहयोग प्रदान करने की कोशिश करेगा।
इस भागीदारी की घोषणा पर जेके एंटरप्राइजेस के ऐडिशनल डायरेक्टर श्री अभिषेक सिंघानिया ने कहा कि बाजार में जेके और ईओएस की अच्छी ब्रांड इक्विटी है। ईओएस मेटल्स और पॉलीमर्स की औद्योगिक 3डी प्रिंटिंग के लिये वैश्विक टेक्नोलॉजी लीडर है और हम भारत में टेक्नोलॉजी को और उन्नत करने के लिये उत्सुक हैं। यह संयुक्त उपक्रम रक्षा, एयरोस्पेस और स्वास्थ्यरक्षा उद्योग में मेटल प्रिंटिंग की बढ़ती जरूरत के अनुसार काम करेगा। हमारे देश में मेटल 3डी मार्केट के एक बड़े हिस्से पर अभी काम नहीं हुआ है। प्रिंटिंग में हमेशा बदलने वाली टेक्नोलॉजी और उसके आकार तथा डिपोजिशन रेट की सीमा के कारण कंपनियाँ टेक्नोलॉजी में निवेश की अनिच्छुक हैं। हमारे साझीदार के रूप में ईओएस के जुड़ने से हमें इन सीमाओं से आगे बढ़ने और भारत को आत्मनिर्भर बनाने की उम्मीद है।
ईओएस इंडिया के कंट्री हेड श्री आनंद प्रकाशम ने कहा कि 3डी स्कैनिंग, मॉडलिंग और रिवर्स इंजिनियरिंग में अनुभव के साथ जेके के पास एक मजबूत विरासत और विविधतापूर्ण पोर्टफोलियो है और ईओएस 3डी मेटल प्रिंटिंग में वैश्विक टेक्नोलॉजी लीडर है। साथ मिलकर, हम भारत में 3डी मेटल प्रिंटिंग में उच्च-स्तरीय टेक्नोलॉजी की मांग पूरी करेंगे। हम आगे एक फलदायी और लाभप्रद यात्रा की अपेक्षा करते हैं।
इससे पहले जेके एंटरप्राइजेस ने नेबुला 3डी में निवेश किया था, जो स्कैनिंग, मॉडलिंग, रिवर्स इंजिनियरिंग, डिजाइनिंग और बेंचमार्किंग के व्यवसाय में है। इस नये उपक्रम के साथ, जेके एंटरप्राइजेस अपनी अत्याधुनिक विनिर्माण टेक्नोलॉजी के माध्यम से 3डी मेटल प्रिंटिंग बाजार की एक एकीकृत कंपनी बन जाएगा।
चूंकि मेटल 3डी प्रिंटिंग उद्योग भारत में शुरूआती अवस्था में है और उस पर कम शोध हुआ है, जेके एंटरप्राइजेस ने एक व्यापक परियोजना और रणनीति पर काम करने के लिये ई एंड वाय को संलग्न किया है, ताकि बाजार की क्षमता को समझा जा सके। एक अध्ययन से खुलासा हुआ है कि भारत में मेटल 3डी प्रिंटिंग के लिये मौजूदा बाजार 280 करोड़ रुपये का है, जो 33.2 प्रतिशत के चक्रवृद्धि वार्षिक विकास दर से वृद्धि कर रहा है। साल 2025 तक यह 1190 करोड़ रुपये का हो सकता है, जिसमें एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र का सबसे अधिक योगदान होगा।
भारत के 3डी प्रिंटिंग बाजार में हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर और सर्विसेज शामिल हैं। 3डी प्रिंटिंग में इस्तेमाल किये जाने वाले लोकप्रिय मटेरियल्स हैं पॉलीमर्स, मेटल्स, सिरेमिक, रेत और सीमेंट, जिनमें से अनुप्रयोग की योग्यता और उपयोग के संदर्भ में मेटल सबसे ज्यादा गतिशील है। आमतौर पर 3डी प्रिंटिंग विनिर्माण और संबद्ध क्षेत्रों में उपयोग की जाती है। विनिर्माण क्षेत्रों में, एयरोस्पेस एवं रक्षा, स्वास्थ्य-रक्षा, तेल एवं गैस और ऑटोमोटिव में सबसे अधिक क्षमता है। 3डी प्रिंटिंग प्रस्तुत करने के विभिन्न लाभों में कम लीड टाइम, डिजाइन की बेहतर सटीकता और कम लागत शामिल हैं। भारत में अत्याधुनिक विनिर्माण को सुगम बनाकर जेके एंटरप्राइज रक्षा के आयातों पर सरकार की निर्भरता को कम करने का लक्ष्य रखता है। 3डी प्रिंटिंग विविध अवयवों को संयोजित करके या परिष्कृत ज्यामिति उत्पन्न करके अधिप्राप्ति में लगने वाला कम समय और डिजाइनिंग की बेहतर कार्यकुशलता के कारण अनेक रक्षा अवयवों के लिए शानदार विकल्प है। यह सस्ते और आवश्यकतानुसार अलग-अलग आरोपण के माध्यम से स्वास्थ्यसेवा क्षेत्र को भी सेवा देगी।
प्रिंटफार्म विनिर्माण सुविधा देश में मेटल 3डी प्रिंटिंग सेवाओं के लिये एक वन-स्टॉप शॉप और वांछित कंपनी का काम करेगी। यह एक विभाजित प्रारूप में 3डी प्रिंटेबल डाटा बनाने के लिये ईओएस से केवल डिजिटल 3डी प्रिंटिंग सूट में निवेश के विकल्पों के साथ भारतीय कंपनियों द्वारा मेटल 3डी प्रिंटिंग को अपनाया जाना प्रोत्साहित करेगी। इसे कॉपीराइट या धोखाधड़ी के जोखिम की चिंता के बिना सीधे साझा किया जा सकता है। साथ ही सरकारी रक्षा और अंतरिक्ष व्यवसाय के ग्राहकों, जिनके पास संवेदनशील डाटा है और अपनी सुविधा में प्रिंटिंग सेंटर चाहते हैं,के लिये बहिर्गामी 3डी प्रिंटिंग प्रकोष्ठों की व्यवस्था की जायगी और 3डी प्रिंटिंग पर जागरूकता और प्रयोग बढ़ाने के लिये प्रिंटफार्म और डिजिटल 3डी प्रिंटिंग सूट की संयुक्त पेशकश को प्रोत्साहित किया जाएगा।