- सरकार ने 13 फरवरी को LIC के IPO के लिए मसौदा दस्तावेज दाखिल किया।
- मार्च तक जीवन बीमा निगम को शेयर बाजार में सूचीबद्ध किया जा सकता है।
- आईपीओ का एक हिस्सा एंकर निवेशकों और पॉलिसीधारकों के लिए आरक्षित होगा।
LIC IPO: भारतीय जीवन बीमा निगम (Life Insurance Corporation, LIC) के इतिहास में आईपीओ (IPO) लाने का फैसला सबसे बेहतरीन फैसलों में शामिल होगा, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) का ये बयान आईपीओ के लिए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल होने के एक दिन बाद आया है। दरअसल लंबे इंतजार के बाद एलआईसी ने आईपीओ लाने की औपचारिक प्रक्रिया शुरू कर दी है पर मार्केट के मौजूदा हालात को देखते हुए इसकी टाइमिंग को लेकर कई तरह के सवाल उठने लगे हैं।
आईपीओ को लेकर काफी सकारात्मक माहौल
सबसे बड़ा सवाल ये कि क्या मौजूदा माहौल में आईपीओ लाने से सरकार का मकसद पूरा हो पाएगा। वित्त मंत्री से ये सवाल पूछे गए और उन्होंने सभी शंकाओं को दूर करते हुए कहा कि आईपीओ को लेकर काफी सकारात्मक माहौल है। इस तरह के फैसले अचानक से नहीं लिए जाते। एलआईसी से जुड़ा ये फैसला काफी चर्चा के बाद सोच विचार कर लिया गया है।
वित्त मंत्री बजट पेश करने के बाद आज आरबीआई के सेंट्रल बोर्ड को संबोधित करने पहुंची थी। बैठक के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होंने तमाम सवालों के जवाब दिए। एलआईसी के आईपीओ से सरकार को कितने पैसे मिलेंगे इस सवाल का कोई स्पष्ट जवाब वित्त मंत्री ने नहीं दिया और कहा कि ये आकलन करना अभी जल्दबाजी है। उन्होंने कहा कि आईपीओ का संबंध स्टॉक मार्केट से है लिहाजा सकारात्मक माहौल होना जरूरी है और आप देखिए कि DRHP फाइल होने के बाद कैसे इसका स्वागत किया जा रहा है।
सरकार बेचेगी 5 फीसदी हिस्सेदारी
दरअसल एलआईसी ने 13 फरवरी को मार्केट रेगुलेटर सेबी के समक्ष आईपीओ के लिए DRHP फाइल किया है जिसके मुताबिक सरकार अपनी 5 फीसदी हिस्सेदारी बेचेगी। DRHP फाइलिंग के मुताबिक 31,62,49,885 शेयर पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल के जरिए बेचे जाएंगे। विनिवेश सचिव ने DRHP फाइल होने के बाद कहा कि एलआईसी के पास 283 मिलियन पॉलिसी है जबिक 1.35 मिलियन एजेंट हैं। साथ ही एलआईसी का 66 फीसदी मार्केट पर कब्जा है।
Prakash Priyadarshi, ET Now Swadesh