- LIC में अपनी 5 फीसदी हिस्सेदारी बेच सकती है सरकार।
- सरकार को मिल सकते हैं 75,000 करोड़ रुपये।
- कंपनी करीब 30 एंकर निवेशकों से कर रही थी बातचीत।
नई दिल्ली। भारतीय जीवन बीमा निगम (Life Insurance Corporation) अपने आईपीओ (IPO) के लिए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल करने के लिए तैयार है। ईटी नाउ स्वदेश को पता चला है कि बीमाकर्ता किसी भी समय सेबी के पास DRHP दाखिल कर सकता है और इसके लिए जरूरी तैयारी कर ली गई है। करीबी सूत्रों ने ईटी नाउ स्वदेश को बताया कि IPO को इन प्रिंसिपल अप्रूवल देने के लिए LIC बोर्ड की शुक्रवार को बैठक हुई। IPO से जुड़े एक अधिकारी ने ईटी नाउ स्वदेश को बताया, 'हम डीआरएचपी फाइल करने के लिए तैयार हैं, ये अब कभी भी हो सकता है।'
ईटी नाउ स्वदेश ने पहले बताया था कि सरकार LIC में 5% हिस्सेदारी बेचने पर विचार कर सकती है। IPO की एम्बेडेड वैल्यू (EV) 5 लाख करोड़ रुपये से अधिक आंकी गई है। सूत्रों का कहना है कि 5 फीसदी हिस्सेदारी बेचने से सरकार को 65,000-75,000 करोड़ रुपये मिल सकते हैं। LIC के IPO से सरकार को अपने संशोधित विनिवेश लक्ष्य 78,000 करोड़ रुपये तक पहुंचने में मदद कर सकता है, जो 1.75 लाख करोड़ रुपये के शुरुआती लक्ष्य से कम है। सरकार को LIC IPO से अपने विनिवेश लक्ष्य के अधिकांश हिस्से को पूरा करने की उम्मीद है। इसलिए, चालू वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 22) में ही आईपीओ दाखिल करने में तेजी लाने के प्रयास किए जा रहे है।
वित्त मंत्री ने किया था ऐलान
2022-23 के बजट के बाद मीडिया से बात करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था, 'एलआईसी IPO इस साल होने की पूरी संभावना है।' ईटी नाउ स्वदेश ने ये भी बताया था कि LIC आगामी IPO में एंकर निवेशक होने के लिए ग्लोबल प्लेयर्स ,फंड हाउस से बात की है। कंपनी में निवेश के लिए बीमा कंपनी 25-30 एंकर निवेशकों से बातचीत कर रही थी। इन नामों में कनाडा पेंशन योजना निवेश बोर्ड, ब्लैकरॉक ग्लोबल फंड, फिडेलिटी फंड, गोल्डमैन सैक्स, मॉर्गन स्टेनली, नोमुरा और SBI MF शामिल हैं।
अंकुर मिश्रा, ईटी नाउ स्वदेश