- दिल्ली में बिजली बिलों का डिजिटल भुगतान तेजी से बढ़ा है
- पहले सिर्फ 65% का भुगतान डिजिटल माध्यम से होता था
- लॉकडाउन के बाद इसमें तेजी से इजाफा हुआ है
नई दिल्ली : कोरोना वायरस और उसकी रोकथाम के लिए जारी ‘लॉकडान’ के बीच दिल्ली में बिजली बिलों का डिजिटल भुगतान तेजी से बढ़ा है। वितरण कंपनियों के अनुसार इस दौरान यह बढ़कर 90% तक पहुंच गया है। उत्तर और उत्तर पश्चिम दिल्ली में बिजली वितरण करने वाली टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रिब्यूशन लि. (टीपीडीडीएल) को लॉकडाउन के दौरान 90% बिलों का भुगतान डिजिटल माध्यम से हुए। इससे पहले केवल उसके केवल 65% का भुगतान डिजिटल माध्यम से होता रहा है।
बीएसईएस के प्रवक्ता के अनुसार उसकी वितरण कंपनियां बीआरपीएल (बीएसईएस राजधानी पावर लि.) और बीवाईपीएल (बीएसईएस यमुना पावर लि.) को भी अपने 90% बिलों के भुगतान डिजिटल माध्यम से प्राप्त हुए हैं और केवल 10% भुगतान चेक के माध्यम से किए गए हैं। कोविड-19 महामारी और लॉकडाउन से पहले बीआरपीएल और बीवाईपीएल के करीब 72% ग्राहक ऑनलाइन माध्यम से बिलों का भुगतान कर रहे थे जबकि करीब 22% चेक और ड्राफ्ट के जरिए भुगतान करते थे।
सभी कटैगरी के ग्राहक कर रहे हैं डिजिटल पैमेंट
टाटा पावर डीडीएल के सीईओ गणेश श्रीनिवासन ने कहा कि हम ग्राहकों की सुविधा और डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने के इरादे से बिल भुगतान के प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए काम करते रहे हैं। अब हमारे 90% से अधिक गाहक बिलों का भुगतान डिजिटल माध्यम से कर रहे हैं। कंपनी के प्रवक्ता के अनुसार सभी श्रेणी के ग्राहक घरेलू, औद्योगिक और कृषि डिजिटल माध्यम से भुगतान कर रहे हैं और इनका योगदान क्रमश: 94.75%, 92.18% और 72% रहा।
डिजिटल पैमेंट का सबसे पसंदीदा माध्यम
प्रवक्ता के अनुसार डिजिटल माध्यम में ई-वालेट सबसे पसंदीदा माध्यम बना हुआ है। डिजिटल तरीके से भुगतान में इसकी हिस्सेदारी 40 से 43% है जबकि नेट बैंकिंग की हिस्सेदारी 20 से 21% है।
ग्रााहक सब कुछ कर सकते हैं घर बैठे
बीएसईएस के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी लंबे समय से डिजिटल भुगतान को बढ़ावा दे रही है और वितरण कंपनियां एक डिजिटल कंपनी के रूप में तब्दील हुई है। उसने कहा कि आज बिल सृजित करने से लेकर, भुगतान सभी कुछ आसान है। ग्रााहक घर बैठे डिजिटल माध्यम से यह सब कर सकते हैं।