नई दिल्ली: आम आदमी को एक बार फिर झटका लगा है। चार मेट्रो शहरों में गैर-सब्सिडी वाले तरलीकृत पेट्रोलियम गैस (एलपीजी) की कीमतों में सोमवार (1 मार्च, 2021) को 25 रुपए की बढ़ोतरी हुई। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के अनुसार, आज से गैर-सब्सिडी वाले रसोई गैस की कीमत दिल्ली में 819 रुपए प्रति सिलेंडर (14.2 किलोग्राम) हो गई।
कोलकाता में नई कीमत 845 रुपए है, जो चार प्रमुख महानगरों में सबसे अधिक है। मुंबई में, घरेलू सिलेंडर की कीमत अब 819 रुपए और चेन्नई में 835 रुपए है। फरवरी के बाद से, दिल्ली में रसोई गैस की दरों में चौथी बार बढ़ोतरी की गई है। कीमतों में पहले 4 फरवरी को 25 रुपए और फिर 14 फरवरी को 50 रुपए की बढ़ोतरी की गई। 25 फरवरी को तीसरी बढ़ोतरी ने कीमतों को फिर से 25 रुपए और बढ़ा दिया।
आज की कीमत वृद्धि सिर्फ चार हफ्तों में चौथी बार बढ़ोतरी हुई है। इस 4वीं बढ़ोतरी के बाद, घरों में खाना पकाने की गैस की रिफिल 125 रुपए महंगी हो गई है। याद करने के लिए, घरेलू सिलेंडर की कीमत दिसंबर में 100 रुपए बढ़ गई थी क्योंकि राष्ट्रीय तेल मार्केटिंग कंपनियों इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, बीपीसीएल और एचपीसीएल ने कीमत में दो बार 50 रुपए की बढ़ोतरी की थी। जनवरी में एलपीजी दरों को वृद्धि नहीं की गई। लेटेस्ट संशोधन के बाद 4 महीने के भीतर रसोई गैस की कीमतों में 225 रुपए बढ़ोतरी हो गई।
गौर हो कि सरकार प्रति वर्ष प्रत्येक घर में 14.2 किलोग्राम के कुल 12 सिलेंडर सब्सिडी देती है। ग्राहक को बाजार मूल्य के आधार पर एलपीजी सिलिंडर की कोई अतिरिक्त खरीद करनी होगी। सरकार द्वारा 12 रीफिल के वार्षिक कोटे पर दी जाने वाली सब्सिडी की राशि महीने दर महीने बदलती रहती है। इसके अलावा, सब्सिडी मोटे तौर पर कच्चे तेल के साथ-साथ विदेशी विनिमय दरों जैसे कारकों से निर्धारित होती है।
देश की सबसे बड़ी ईंधन रिटेलर इंडियन ऑयल ब्रांड इंडेन के तहत एलपीजी की आपूर्ति करती है। आमतौर पर, गैर-सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडरों की दरों की मासिक आधार पर समीक्षा की जाती है। प्रत्येक माह के पहले दिन परिवर्तन किए जाते हैं। स्थानीय टैक्स के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में रसोई गैस की दरें अलग-अलग होती हैं।
सरकारी तेल कंपनियों को एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत निर्धारित करने का काम सौंपा जाता है, जो मासिक आधार पर संशोधित किया जाता है। दरें अंतरराष्ट्रीय ईंधन दरों से प्रभावित होती हैं। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने हाल ही में संकेत दिया था कि सर्दी का मौसम समाप्त होते ही कीमत नीचे चली जाएगी।