- दुनिया भर में लक्जरी आवासीय प्रोपर्टी की कीमतों में सालाना आधार पर वृद्धि इंडेक्स जारी की गई
- दुनिया भर में फिलिपीन्स की राजधानी मनीला पहले नंबर पर है
- बेंगलुरु 26वें और दिल्ली 27वें, मुंबई 32वें स्थान पर हैं
Luxury home prices rise report: अगर आपके पास पैसा है तो आप बेहतर जिंदगी जीने के लिए खर्च करते हैं। खास करके ड्रीम हाउस की कल्पना को साकार करते हैं। आधुनिक सुख सुविधा से लैस घरों को खरीदते हैं। नाइट फ्रैंक ने यह पता लगाने की कोशिश की कि दुनिया में कहां लक्जरी आवासीय प्रोपर्टी की कीमतों में सालाना आधार पर वृद्धि हुई। नाइट फ्रैंक की 'प्रमुख ग्लोबल सिटी इंडेक्स दूसरी तिमाही-2020' रिपोर्ट के मुताबिक लिस्ट में दुनिया भर में फिलिपीन्स की राजधानी मनीला पहले नंबर पर रखा। भारत में बेंगलुरु 26वें और दिल्ली 27वें, मुंबई 32वें स्थान पर हैं। पहली तिमाही की तुलना में दूसरी तिमाही में बेंगलुरु और मुंबई एक-एक पायदान चढ़े हैं, जबकि दिल्ली ने 5 स्थानों की छलांग लगाई है।
इस लिस्ट में फिलिपीन्स की राजधानी मनीला पहले स्थान पर है। मनीला में जून, 2020 तक सालाना आधार पर लक्जरी घरों के दाम 14.4% बढ़े। उसके बाद जापान के टोक्यो (8.60%) तथा स्वीडन के स्टॉकहोम (4.40%) का नंबर आता है। थाइलैंड की राजधानी बैंकॉक का प्रदर्शन सबसे खराब रहा हैं। वहां सालाना आधार पर लक्जरी आवासीय संपत्तियों की कीमतों में 5.8% की गिरावट आई।
दिल्ली इस सूची में 27वें स्थान पर हैं। यहां सालाना आधार पर औसत कीमतें 0.30% बढ़कर 33,625 रुपए प्रति वर्ग फुट रहीं। रिपोर्ट के अनुसार दूसरी तिमाही में मुंबई में कीमतें 0.60% घटकर औसतन 64,388 रुपये प्रति वर्ग फुट रहीं। मुंबई सूची में 32वें स्थान पर है। नाइट फ्रैंक ने कहा कि सालाना आधार पर कीमतों में वृद्धि के लिहाज से बेंगलुरु 26वें स्थान पर है। दूसरी तिमाही में बेंगलुरु में लक्जरी घरों की कीमत 0.60% बढ़कर 19,727 रुपए प्रति वर्ग फुट रहीं।
रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल-जून की तिमाही में पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही की तुलना में बेंगलुरु में लक्जरी आवासीय प्रोपर्टी का पूंजीगत मूल्य 0.6% और दिल्ली में 0.3% बढ़ा। मुंबई में इसमें 0.6% की गिरावट आई। रिपोर्ट के अनुसार दुनिया के 45 शहरों में लक्जरी आवासीय संपत्तियों के दाम औसतन 0.9% बढ़े हैं। यह पिछले 11 वर्ष में सबसे निचली सालाना वृद्धि है।
नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अनिश्चितता है। दुनिया के अमीर लोग महंगी खरीद को अभी टाल रहे हैं। वे इसके बजाय सोने जैसी संपत्तियों में निवेश करने को प्राथमिकता दे रहे हैं।