- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक जून को किसानों के हित में बड़े फैसले लिए
- केंद्रीय केबिनेट ने धान और कपास की एमएसपी बढ़ाने का फैसला किया
- केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी
नई दिल्ली : सरकार ने फसल वर्ष 2020-21के लिए धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) सोमवार को 53 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाकर 1,868 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया। इसके साथ ही तिलहन, दलहन और अनाज की एमएसपी दरें भी बढ़ाई गई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट द्वारा लिया गया यह फैसला किसानों को यह तय करने में मदद करेगा कि दक्षिण पश्चिम मानसून के आगमन के साथ वे किन खरीफ फसलों की बुआई करें। मौसम विभाग ने जून-सितंबर की अवधि के दौरान सामान्य मानसून का अनुमान लगाया है।
धान की एमएसपी अब 1868 रुपए प्रति क्विंटल
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मीडिया को बताया कि कृषि लागत और मूल्य आयोग (सीएसीपी) की सिफारिश के आधार पर, मंत्रिमंडल ने 14 खरीफ फसलों के एमएसपी बढ़ाने को मंजूरी दी है। धान (सामान्य) का एमएसपी को इस वर्ष के लिए बढ़ाकर 1,868 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है।
किसानों को लागत पर 50% मिलेगा लाभ
उन्होंने कहा कि धान के समर्थन मूल्य में वृद्धि से किसानों को लागत पर 50% लाभ सुनिश्चित होगा। ग्रेड ए (बारीक किस्मत के) धान का एमएसपी 1,835 रुपए प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 1,888 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है।
कपास का समर्थन मूल्य भी बढ़ा
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि कपास (मध्यम रेशे) का समर्थन मूल्य 260 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाकर 2020-21 के लिए 5,515 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है। यह पिछले साल 5,255 रुपए प्रति क्विंटल था। कपास (लंबे रेशे) का समर्थन मूल्य 5,550 रुपए प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 5,825 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है।