- मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने गुरुवार को 10 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैप का आंकड़ा छू लिया है।
- आरआईएल (RIL) ऐसा करने वाली पहली भारतीय कंपनी बनी है।
- रिलायंस जियो ने हाल में ही टैरिफ दरों में वृद्धि को घोषणा की है, जिससे निवेशकों की रुचि रिलायंस के शेयर में बढ़ी है।
नई दिल्ली: मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने आखिरकार 10 लाख करोड़ रुपये का मार्केट कैप पार कर लिया है और ऐसा करने वाली रिलायंस पहली भारतीय कंपनी बन गई है। पिछले 5 साल में कंपनी ने 7 लाख करोड़ रुपये का मार्केट कैप जोड़ा है।
मार्केट कैप के मामले में रिलायंस सबसे ज्यादा वैल्यू वाली फर्म हो गई है। रिलायंस का शेयर 1574 रुपये पर कारोबार कर रहा है और गुरुवार सुबह रिलायंस का शेयर 1,581.25 रुपये तक पहुंच गया और बीएसई पर शेयर ने 0.73 फीसदी की छलांग लगाई है।
इस हफ्ते की शुरुआत में रिलायंस इंडस्ट्रीज मार्केट वैल्यू के मामले में BP Plc से आगे निकल गई। अक्टूबर में आरआईएल ने एक दिन के कारोबार के बाद 9 लाख करोड़ रुपये मार्केट कैप का आंकड़ा छू लिया था, जो किसी भी लिस्टेड कंपनी द्वारा पहली बार हासिल किया गया था। अगस्त 2018 में आरआईएल पहली भारतीय कंपनी बनी थी, जिसने 8 लाख करोड़ रुपये का मार्केट कैप हासिल किया था।
- रिलायंस इंडस्ट्रीज की टेलीकॉम शाखा रिलायंस जियो ने हाल में ही टैरिफ दर बढ़ाने की बात कही है, जिसमें बाद निवेशकों की रुचि रिलायंस के शेयर में बढ़ गई है। रिलायंस ने पहले ही कहा है वह जियो को मार्च 2021 तक जीरो डेबिट (कर्ज) वाली कंपनी बनाना चाहती है।
- हाल में ही आईआईएफएल सिक्योरिटीज के निदेशक, संजीव भसीन ने आरआईएल के शेयर को सकारात्मक रखा है। उन्होंने आरआईएल के कंज्यूमर सेंट्रिक कारोबार जैसे- जियो, रिटेल और अन्य टेक्नोलॉजी बिजनेस को में ग्रोथ की बात कही है।
- हाल में जियो द्वारा की गई टैरिफ दर में वृद्धि की घोषणा के बाद जियो के एजीआर में वृद्धि होगी।
- रिलायंस जियो के पास 35 करोड़ यूजर्स का आधार है। जिसे सितंबर तिमाही में 990 करोड़ रुपये का अकेले लाभ हुआ है।
- बीते महीने रिलायंस इंडस्ट्रीज ने घोषणा की थी कि वह अपनी डिजिटल सर्विसेस बिजनेस के लिए अलग कंपनी का गठन करेगी, जिसमें टेलीकॉम कंपनी यानी जियो भी शामिल होगी।