- सब्जियां, मसाले, फल उगाने वाले किसानों के लिए हरियाणा सरकार फसल बीमा योजना लेकर आई है।
- यह बीमा योजना प्रतिकूल मौसम और प्राकृतिक आपदा के कारण होने वाले फसल नुकसान की क्षतिपूर्ति के आश्वासन आधारित है।
- 21 सब्जियों, फल और मसाले की फसलों को इस योजना के तहत सुरक्षा कवर मिलेगा।
Mukhyamantri Bagwani Bima Yojana : हरियाणा सरकार ने बागवानी फसलों को उगाने वाले किसानों को ‘मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना’ के तहत सुरक्षा देने का फैसला किया है। राज्य के मुख्यमंत्री एम एल खट्टर की अध्यक्षता में हरियाणा मंत्रिमंडल की बुधवार को हुई बैठक में इस बारे में फैसला लिया गया। एक आधिकारिक वक्तव्य में इसकी जानकारी देते हुये कहा गया कि मंत्रिमंडल ने मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना (एमबीबीवाई) के क्रियान्वयन की मंजूरी दे दी। योजना बागवानी फसलों को उगाने वाले किसानों को प्रतिकूल मौसम और प्राकृतिक आपदा के कारण होने वाले फसल नुकसान की क्षतिपूर्ति के आश्वासन आधारित है।
बीमा में 21 सब्जियों, फल और मसाले की फसलें कवर
इसमें कहा गया है कि बागवानी किसानों को विभिन्न कारणों से भारी वित्तीय नुकसान उठाना पड़ता है। फसलों में बीमारी लगने, असमय वर्षा, तूफान, सूखा और तापमान बढ़ने जैसी आपदाओं से उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है। बयान के अनुसार कुल मिलाकर 21 सब्जियों, फल और मसाले की फसलों को इस योजना के तहत सुरक्षा कवर उपलब्ध होगा।
1000 रुपए पर 40000 रुपए का बीमा
बीमा योजना के तहत किसानों को सब्जियों और मसालों की फसल के लिए 750 रुपए और फल की फसल के लिए 1,000 रुपए का मामूली भुगतान करना होगा इसके एवज में उन्हें क्रमश: 30,000 रुपए और 40,000 रुपए का बीमा आश्वासन दिया जाएगा।
फसल नुकसान का सर्वे से होगा आकलन
योजना के तहत बीमा दावे का निपटारा करने के लिए सर्वे किया जाएगा जिसके तहत फसल नुकसान को चार श्रेणियों - 25 प्रतिशत, 50 प्रतिशत, 75 और 100 प्रतिशत- में आंका जाएगा। योजना वैकल्पिक होगी और पूरे राज्य में यह लागू होगी।
स्कीम के लिए मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर कराना होगा रजिस्ट्रेशन
किसानों को योजना को अपनाने के लिए मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल में अपनी फसल और क्षेत्र का ब्यौरा देते हुए रजिस्ट्रेशन कराना होगा। योजना के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत राज्य सरकार, राज्य और जिला स्तरीय समितियों द्वारा 10 करोड़ रुपए की बीज पूंजी रखी जाएगी।