- गडकरी ने कहा कि डीजल जैसे अन्य ईंधन की तुलना में ऑटोमोबाइल ईंधन के रूप में बिजली अत्यधिक कॉस्ट इफेक्टिव है।
- कच्चे तेल का आयात सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती है।
- सोलर एनर्जी के इस्तेमाल ने बिजली की लागत को काफी हद तक कम कर दिया है।
नई दिल्ली। गुरुवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मुंबई में अशोक लेलैंड की ओर से तैयार की गई पहली इलेक्ट्रिक डबल डेकर एसी बस लॉन्च की। गडकरी ने डबल डेकर एसी बस से सफर भी किया। अब मुंबई से दिल्ली जाने वालों को बड़ी राहत मिल सकती है। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ऑटोमोबाइल कंपनियों से ऐसी बसें बनाने की दिशा में काम शुरू करने का आह्वान किया है, जो मुंबई से दिल्ली की यात्रा सिर्फ 12 घंटे में कर सकें।
ये है केंद्रीय मंत्री का प्लान
दिल्ली - मुंबई एक्सप्रेस हाईवे के लिए अपने दृष्टिकोण को शेयर करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी योजना नरीमन पॉइंट को दिल्ली से जोड़ने की है। मंत्री ने बताया कि, '70 फीसदी काम पहले ही पूरा हो चुका है।' इलेक्ट्रिक बस का शुभारंभ करते हुए, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कहा कि, 'लॉन्ग टर्म दृष्टिकोण से देश की परिवहन व्यवस्था को बदलने की जरूरत है। शहरी परिवहन में सुधार पर ध्यान देने के साथ, हम कम कार्बन फुटप्रिंट और उच्च यात्री डेनसिटी एकीकृत इलेक्ट्रिक वाहन मोबिलिटी इकोसिस्टम बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
कई सुविधाओं से लैस है Switch EiV 22
मंत्री गुरुवार को मुंबई में अशोक लीलैंड इलेक्ट्रिक डबल डेकर बस नाम के स्विच EiV 22 के लॉन्च इवेंट में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि हरित परिवहन समाधानों की बढ़ती उपभोक्ता मांग के साथ, सरकार की दृष्टि और नीतियों का उद्देश्य इलेक्ट्रिक वाहनों को ज्यादा अपनाने को प्रोत्साहित करना है। स्विच ईआईवी 22 नवीनतम तकनीक, अल्ट्रा-आधुनिक डिजाइन, उच्चतम सुरक्षा और अन्य सुविधाओं से लैस है।
मुंबई की सड़कों पर दौड़ने वाली AC की डबल डेकर में दो सीढ़ियों की सुविधा दी गई है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश में 35 फीसदी प्रदूषण पेट्रोल और डीजल की वजह से होता है। यह भारत के लिए वैकल्पिक ईंधन जैसे बिजली, एथनॉल, मेथनॉल, बायो-डीजल, बायो-सीएनजी, बायो-एलएनजी और ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए ग्रीन हाइड्रोजन का इस्तेमाल शुरू करने का समय है।