- गलवान घाटी में चीन और भारत के सैनिकों के बीच हिसंक झड़प के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया
- उसके बाद से देश भर में चीनी समानों का बहिष्कार शुरू हो गया
- भारत ने देश के बंदरगाहों पर सभी चीनी आयातों की फिजिकली जांच शुरू की
नई दिल्ली: जैसे ही भारत ने भारतीय बंदरगाहों पर सभी चीनी आयातों की फिजिकली जांच शुरू की, यह बताया गया कि गैर-चीनी कंपनियों को जांच से छूट जा सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक लेकिन कुछ विदेशी कंपनियों के फिजिकली निरीक्षण से छूट दी जा सकती है। गौर हो कि गलवान घाटी में 15 जून को चीन और भारत के सैनिकों के बीच हिसंक झड़प के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया। इस झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए। उसके बाद से देश भर में चीनी समानों का बहिष्कार शुरू हो गया।
एप्पल जैसी कंपनियां जो अमेरिकी हैं, लेकिन चीन से अपने कॉम्पोनेट्स का आयात करती हैं, उन्हें नए लागू किए गए 100% फिजिकल चेक नियमों के तहत छूट दी जाएगी। यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम द्वारा मुद्दा उठाए जाने के बाद उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) ने अनौपचारिक रूप से वित्त मंत्रालय को अपना विरोध दर्ज कराया। भारत में प्रमुख अमेरिकी-आधारित कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने वाली संस्था ने वित्त मंत्रालय को भी लिखा।
चीनी आयातों की फिजिकल चेक
गैर-चीनी कंपनियों को छूट देने का फैसला भारतीय अधिकारियों द्वारा बंदरगाहों पर आयोजित किए जा रहे अपने शिपमेंट की बढ़ती अवधि के कारण व्यापारियों और निर्माताओं पर दबाव बढ़ा है। खुफिया सूचनाओं के आधार पर पहले बताया गया था कि भारतीय सीमा शुल्क अधिकारियों ने सभी चीनी आयातों का फिजिकल निरीक्षण शुरू किया। फिजिकल निरीक्षण में चीन से आने वाली खेप की जांच शामिल है जो किसी भी भारतीय बंदरगाह पर आती है। अधिकारियों ने दस्तावेज, माल और मूल्यांकन की जांच कर रहे हैं।
मौखिक या लिखित आदेश नहीं
एक सरकारी सूत्र ने पीटीआई को पहले बताया कि चीन से कंटेनरों को स्वीकार करने या न करने के लिए सीमा शुल्क या केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क (CBIC) द्वारा किसी भी बंदरगाह को मौखिक या लिखित आदेश जारी नहीं किए गए हैं। अगर कुछ मामलों में, कुछ कंटेनरों को रोका जाता है तो वे खुफिया इनपुट के आधार पर और जोखिम मूल्यांकन के तौर पर रूटीन अभ्यास के रूप में होते हैं।
बदले के तौर पर चीन ने भारतीय समानों को रोका
इस कदम से चीन ने बदले के तौर पर कदम उठाया है जो अब हांगकांग में भारतीय वस्तुओं को रोक रहे हैं। फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन (FIEO) भारतीय निर्यातकों की बॉडी ने भारत की कार्रवाई के जवाब में हांगकांग बंदरगाह और अन्य चीनी बंदरगाहों पर भारतीय खेपों को रोकने पर चिंता जताई।