नई दिल्ली : देश भर में जिस तरह कोरोना वायरस की रफ्तार तेज है उसकी तरह से महंगाई भी लगातार बढ़ती जा रही है। यहां तक कि खाने में रोज इस्तेमाल होने वाली चीजें आलू और प्याज के दाम भी सातवें आसमान पर हैं। इसकी कीमतों में लगातार इजाफा होता जा रहा है। देश भर में प्याज के दाम बढ़ते जा रहे हैं। मंगलवार को चेन्नई के खुदरा बाजार में प्याज की कीमतें 73 रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई। दिल्ली, मुंबई जैसे महानगरों में प्याज का सबसे महंगा दाम है। केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने इस संबंध में आंकड़े जारी किए हैं। आंकड़ों के मुताबिक मंगलवार को दिल्ली में प्याज का खुदरा भाव 51 रुपए प्रति किलोग्राम, कोलकाता में 65 रुपए प्रति किलोग्राम और मुंबई में 67 रुपए प्रति किलोग्राम रहा। प्याज की कीमतें बढ़ने की वजह बारिश होने से सप्लाई बाधित होना बताया जा रहा है। मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक नीचे जानें प्याज के दाम।
- चेन्नई में प्याज की कीमतें तेजी से बढ़कर 73 रुपए प्रति किलोग्राम रही, जबकि एक साल पहले यह कीमत 33 रुपए प्रति किलोग्राम थी।
- मुंबई में भी प्याज की कीमत पिछले साल के 56 रुपए प्रति किलोग्राम से बढ़कर अब 67 रुपए प्रति किलोग्राम रही।
- जबकि कोलकाता में यह कीमत 60 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर 65 रुपये प्रति किलोग्राम हो गयी।
- दिल्ली में कीमतें एक साल पहले की समान अवधि में 46 रुपये प्रति किलोग्राम थी जो अब बढ़कर 51 रुपये प्रति किलोग्राम हो गईं है।
- देश में प्याज के सर्वाधिक उत्पादक इलाके महाराष्ट्र के नासिक में भी प्याज का खुदरा मूल्य मंगलवार को 66 रुपए प्रति किलोग्राम रहा, जो एक साल पहले की समान अवधि में 35 रुपए प्रति किलोग्राम था।
प्याज की घरेलू उपलब्धता और बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने पिछले महीने प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। एक्सपर्ट्स और व्यापारियों का मानना है कि दक्षिण और पश्चिमी इलाकों में भारी वर्षा से सप्लाई बाधित हुई है और इससे खरीफ की फसल की आवक प्रभावित हुई है। यह सप्लाई आने वाले हफ्तों में पूरी तरह से बहाल होने का अनुमान है। फिलहाल रबी फसल के दौरान जमा प्याज बाजार में बेचा जा रहा है। आम तौर पर खपत वाले इलाकों में कीमतें इस दौरान बढ़ जाती हैं, लेकिन प्रमुख प्रोडक्शन इलाकों में बारिश ने तबाही मचा दी है, जिससे सप्लाई में कमी आई है।