- रेलवे प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत बढ़ाकर 50 रुपए कर दी गई है
- प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत बढ़ाने को लेकर रेलवे ने सफाई दी
- रेलवे ने कहा कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए ऐसा किया गया है
नई दिल्ली: पुणे रेलवे डिवीजन ने कोरोनो वायरस के प्रकोप को देखते हुए भीड़भाड़ को कम करने के लिए प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत को बढ़ाकर 50 रुपए कर दिया है। महामारी के शुरुआती दिनों से ही रेलवे प्लेटफॉर्म टिकट दरों को नियंत्रित करता रहा है। रेलवे प्रवक्ता ने सफाई देते हुए कहा कि पुणे जंक्शन द्वारा प्लेटफार्म टिकट का मूल्य 50 रुपए रखने का उद्देश्य अनावश्यक रूप से स्टेशन पर आने वालों पर रोक लगाना है जिस से सोशल डिसटेनसिंग का पालन किया जा सके। रेलवे प्लेटफार्म टिकट की दरों को कोरोना महामारी के शुरुआती दिनों से ही इसी प्रकार नियंत्रित करता आया है।
गौर हो कि 2015 में रेलवे ने विशिष्ट परिस्थितियों में प्लेटफार्मों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्लेटफॉर्म टिकट की दर बढ़ाने के लिए मंडल रेल प्रबंधकों (डीआरएम) को पावर दी थी। इसके अलावा, नवीनतम मूल्य वृद्धि रेलवे बोर्ड द्वारा प्रत शक्ति के अनुसार की जाती है।
केंद्र सरकार ने पहले ही कोविद -19 को फैलने से रोकने के लिए कई उपाय किए हैं, जो देश में तेजी से बढ़ रहा है और अब तक 51,797 लोगों की जानें चली गई हैं।
बताया गया है कि पश्चिम रेलवे के सभी छह डिविजन- मुंबई, वडोदरा, अहमदाबाद, राजकोट, रतलाम और भावनगर में प्लेटफॉर्म टिकट की दर बढ़ाकर 50 रुपये कर दी गई है।