- पीएम-किसान योजना की 8वीं किस्त जारी की गई
- 9.5 करोड़ किसानों के बैंक खाते में डायरेक्ट भेजे गए
- इसके लिए 20,000 करोड़ रुपए से अधिक जारी किए गए
PM Kisan Samman Nidhi 8th kist : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर देशभर के किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि की किस्त जारी की। पीएम-किसान योजना की 8वीं किस्त जारी करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ किसानों के साथ बातचीत की। इसके बाद पीएम देशवासियों को संबोधित किया। पीएम किसान की इस किस्त में 9.5 करोड़ किसानों के खाते में 2000-2000 रुपए डायरेक्ट ट्रांसफर किए। इसके लिए 20,000 करोड़ रुपए से अधिक जारी किए गए। पूरा कार्यक्रम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये हुआ। इस मौके पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी उपस्थित रहे।
पीएम नरेंद्र मोदी का भाषण
किसानों से बात करने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि आज बहुत ही चुनौतीपूर्ण समय में हम ये संवाद कर रहे हैं। इस कोरोना काल में भी देश के किसानों ने हमारे कृषि क्षेत्र में अपने दायित्व को निभाते हुए अन्न की रिकॉर्ड पैदावार की है। आज अक्षय तृतिया का पावन पर्व है, कृषि के नए चक्र की शुरुआत का समय है और आज ही करीब 19 हजार करोड़ रुपये किसानों के बैंक खातों में सीधे ट्रांसफर किए गए हैं। इसका लाभ करीब-करीब 10 करोड़ किसानों को होगा। आज बंगाल के लाखों किसानों को पहली किस्त पहुंची है। जैसे-जैसे राज्यों से किसानों के नाम केंद्र सरकार को मिलेंगे, वैसे वैसे लाभार्थी किसानों की संख्या और बढ़ती जाएगी।
पीएम मोदी ने कहा कि अभी तक इस योजना के तहत देश के लगभग 11 करोड़ किसानों के पास करीब 1 लाख 35 हजार करोड़ रूपये पहुंच चुके हैं। इनमें से सिर्फ कोरोना काल में ही 60 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा पहुंचे हैं। इस वर्ष, अभी तक बीते वर्ष की तुलना में लगभग 10% अधिक गेहूं MSP पर खरीदा जा चुका है। अभी तक गेहूं की खरीद का लगभग 58,000 करोड़ रुपए सीधे किसानों के खाते में पहुंच चुका है। पीएम ने कहा कि मुझे संतोष है कि पंजाब और हरियाणा के लाखों किसान डायरेक्ट ट्रांसफर की इस सुविधा से जुड़े हैं। अभी तक पंजाब के किसानों के बैंक खातों में करीब 18,000 करोड़ रुपये और हरियाणा के किसानों के बैंक खातों में करीब 9,000 करोड़ रुपये सीधे जमा हो चुके हैं। खेती में नए समाधान, नए विकल्प देने के लिए सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। जैविक खेती को बढ़ावा देना ऐसे ही प्रयास हैं। इस प्रकार की फसलों में लागत भी कम है, ये मिट्टी और इंसान के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हैं और इनकी कीमत भी ज्यादा मिलती है।
पीएम ने कहा कि सरकार की ये निरंतर कोशिश है कि छोटे और सीमांत किसानों को बैंकों से सस्ता और आसान ऋण मिले। इसके लिए बीते डेढ़ साल से किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध करने का अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान 2 करोड़ से ज्यादा किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए गए हैं।
कोरोना काल में भारत दुनिया कि सबसे बड़ी मुफ्त राशन की योजना चला रहा है। पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से पिछले वर्ष 8 महीने तक गरीबों को मुफ्त राशन दिया गया था। इस बार मई और जून में देश के 80 करोड़ से ज्यादा साथियों को राशन मिले, इसका प्रबंध किया गया है।
100 साल बाद आई इतनी भीषण महामारी कदम-कदम पर दुनिया की परीक्षा ले रही है। हमारे सामने एक अदृश्य दुश्मन है। बीते कुछ समय से जो कष्ट देशवासियो ने सहा है,अनेको लोग जिस दर्द से गुजरे है, तकलीफ से गुजरे है वो मैं भी उतना ही महसूस कर रहा हूं। देश का प्रधानसेवक होने के नाते आपकी हर भावना का मैं सहभागी हूं। कोरोना की सेकंड वेव से मुकाबले में संसाधनों से जुड़े जो भी गतिरोध थे वो तेजी से दूर किये जा रहे हैं, युद्ध स्तर पर काम करने का प्रयास हो रहा है।
पीएम ने कहा कि देश के डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ, सफाई कर्मी, एंबुलेंस ड्राइवर, लैब कर्मचारी, ये सभी एक-एक जीवन को बचाने के लिए 24 घंटे जुटे हैं। आज देश में जरूरी दवाओं की आपूर्ति बढ़ाने के लिए युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा है।
कार निकोबार के श्री पैट्रिक ने प्रधानमंत्री के साथ संवाद के दौरान ऑर्गेनिक फार्मिंग से जुड़ी पूरे परिवार की सामूहिक पहल का जिक्र किया और जैविक खेती से जुड़ा अपना अनुभव साझा किया। पीएम ने उनके इस प्रयास की सराहना की।
प्रधानमंत्री ने उत्तर-पूर्व को जैविक उत्पादन हब के रूप में विकसित करने की योजना के लाभार्थी मेघालय के श्री रविस्टर खरमूनपुर से संवाद किया। श्री रविस्टर ने किसान से उद्यमी बनने, एफपीओ शुरू करने से संबंधित अपना अनुभव पीएम के साथ साझा किया।
प्रधानमंत्री ने आंध्रप्रदेश की प्राकृतिक खेती की लाभार्थी श्रीमती एन वेणु रमा जी से संवाद के दौरान बंजर जमीन को खेती लायक बनाने के उनके प्रयासों की सराहना की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्नाव के अरविंद निषाद के साथ संवाद किया। संवाद के दौरान अरविंद ने पीएम को बताया कि कृषि विभाग की मदद से उन्होंने जैविक प्रशिक्षण लिया और आज वे खुद भी जैविक खेती कर रहे हैं और दूसरों को भी इससे जुड़ने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
दिसंबर 2018 से पात्र किसान परिवारों को 2000 रुपये की तीन समान किस्तों में 6000 रुपये की सम्मान राशि का वितरण किया जाता है। आज पश्चिम बंगाल के 7.03 लाख किसानों को भी पीएम-किसान योजना का लाभ दिया जाएगा।
PM Kisan योजना के तहत 31.03.2021 तक, 10.82 करोड़ से अधिक किसानों को 1,16,292.88 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। यह योजना न केवल सबसे कमजोर किसान परिवारों को पूरक आय सुनिश्चित करती है, बल्कि फसल के मौसम से पहले उनकी अन्य जरूरतों को भी पूरा करती है। पात्र PM Kisan लाभार्थियों के बैंक खातों में प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण मोड (ऑनलाइन) के माध्यम से सीधे सम्मान राशि भेजी जाती है। कोविड के दौरान 24 मार्च, 2020 से 31 मार्च, 2021 तक, इस योजना के तहत लगभग 10 करोड़ किसानों को 63,275.57 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं।
गौर हो कि इस योजना के तहत जोत वाले किसान परिवारों की आय में 6,000 रुपए की सालाना सहायता दी जाती है। इस योजना के तहत हर 4 महीने पर 2,000-2,000 रुपए की 3 किस्तें दी जाती हैं। यह धनराशि डीबीटी के जरिये लाभार्थियों के बैंक अकाउंट्स में सीधे जमा कराई जाती है।