- मार्च में यूपीआई लेनदेन ने एक नया रिकॉर्ड बनाया।
- सरकार और आरबीआई डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा दे रहे हैं।
- जून 2016 में स्थापना के बाद से यूपीआई ने एक लंबा सफर तय किया है।
India in Pixels Tweet: देश में डिजिटल ट्रांजैक्शन में जोरदार उछाल आया है। भारत में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (Unified Payments Interface, UPI) की पैठ भी बढ़ रही है। 'इंडिया इन पिक्सल्स' (India in Pixels) ने मासिक यूपीआई डेटा को लेकर ट्वीट किया। प्रधानमंत्री नेरंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने अपने ट्विटर हैंडल पर इसे रीट्वीट किया और बधाई भी दी।
इंडिया इन पिक्सल्स की पीएम मोदी ने तारीफ
पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिखा कि, 'मैंने कई बार UPI और डिजिटल भुगतान के बारे में बात की है। मुझे यह पसंद आया कि आपने कैसे डेटा सोनिफिकेशन के जरिए पैसे के लेन-देन की आवाज को प्रभावी ढंग से व्यक्त करने के लिए इस्तेमाल किया। यह बहुत ही रोचक और प्रभावशाली है।'
जानें क्या होता है डेटा सोनिफिकेशन?
पिछले महीने यूपीआई ट्रांजैक्शन ने बनाया रिकॉर्ड
मालूम हो कि पिछले महीने यानी मार्च 2022 में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस के तहत लेनदेन ने पहली बार 5 अरब का आंकड़ा पार किया। यूपीआई पेमेंट्स को नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा संचालित किया जाता है। 29 मार्च तक यूपीआई के जरिए कुल 8,88,169 करोड़ रुपये के 504 करोड़ लेनदेन हुए थे।
अब फीचर फोन के लिए भी उपलब्ध है UPI
अब यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस का इस्तेमाल सिर्फ स्मार्टफोन वाले यूजर्स ही नहीं, बल्कि बिना स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने वाले लोग भी एक क्लिक के जरिए कर सकते हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 8 मार्च को ही फीचर फोन के लिए UPI लॉन्च किया था। इसे UPI123Pay कहा गया।