- रेल सेवाओं को रोकने या ट्रेनें कम करने की कोई योजना नहीं है : रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष
- लॉकडाउन की आशंका से कई स्थानों से प्रवासी मजदूर लौट रहे हैं घर
- कई स्थानों से प्रवासी मजदूरों के घर लौटने की खबरें आ रहीं हैं- सुनीत शर्मा
नई दिल्ली: देश में जिस रफ्तार से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं उसे लेकर लोगों में खौफ बढ़ता जा रहा है और खासतौर पर प्रवासी मजदूरों के बीच में। बढ़ते संकट के बीच प्रवासी मजदूर रेलवे स्टेशनों की तरफ बढ़ने लगे हैं और लॉकडाउन की आशंका के बीच उन्हें संदेह है कि कहीं रेल सेवा फिर ना बंद हो जाए। ऐस में रेलवे ने स्थिति को स्पष्ट किया है और ट्रेने सेवाओं को लेकर बड़ा बयान भी दिया है।
रेलवे ने ट्वीट करते हुए कहा, 'सर्वसंबंधित, विशेषकर रेलयात्रियों को सूचित किया जाता है कि दिल्ली क्षेत्र के स्टेशनों पर यात्रियों की कोई अतिरिक्त भीड़ नहीं है। वर्तमान में 305मेल/एक्सप्रेस ट्रेनें दिल्ली क्षेत्र से विभिन्न गंतव्यों के लिए संचालित की जा रही हैं।अतः अफवाहों पर ध्यान न दें।'
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने कही ये बात
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सीईओ सुनीत शर्मा ने इस संबंध में बयान जारी करते हुए कहा, 'मांग के अनुसार ट्रेन सेवाएं प्रदान की जाती रहेंगी। ट्रेन सेवाओं की कोई कमी नहीं है और ट्रेन सेवाओं को रोकने की कोई योजना नहीं है। हमने भीड़ को देखते हुए अप्रैल-मई 2021 में और ट्रेनें चलाईं। हमने गोरखपुर, पटना, दरभंगा, वाराणसी, गुवाहाटी, बरौनी, प्रयागराज, रांची, लखनऊ जैसी उच्च मांग वाले स्थानों के लिए 58 पैसेंजर ट्रेन (मध्य रेलवे) और 60 ट्रेनें (वेस्टर्न रेलवे) चलाई हैं।'
ट्रेन रोकने की कोई योजना नहीं
मीडिया से बात करते हुए सुनीत शर्मा ने कहा, ‘रेल सेवाओं को रोकने या ट्रेनें कम करने की कोई योजना नहीं है। जितनी जरूरत होगी, हम उतनी ट्रेनें चलाएंगे। परेशानी की कोई बात नहीं है। गर्मियों में यात्रियों की संख्या सामान्य है और भीड़ कम करने के लिए हमने पहले ही अतिरिक्त ट्रेनों की घोषणा कर दी है। जो लोग यात्रा करना चाहते हैं, उनके लिए ट्रेनों की कोई कमी नहीं है, मैं सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि मांग के अनुसार ट्रेनें चलाईं जाएंगी।’