- सोमवार यानि एक जून से देश में रेलवे की 200 विशेष ट्रेनों की सुविधा हो रही है शुरू
- रेलवे ने दिल्ली के स्टेशनों में यात्रियों के स्टेशन पर प्रवेश और निकास के लिए तय किए मार्ग
- रेलवे में सफर करने से 90 मिनट पहले स्टेशन पर होगा पहुंचना
नई दिल्ली: भारतीय रेलवे द्वारा एक जून से 200 विशेष ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया जायेगा और पहले दिन 1.45 लाख से अधिक यात्री यात्रा करेंगे। रेलवे द्वारा जारी बयान के मुताबिक, लगभग 26 लाख यात्रियों ने एक जून से 30 जून तक विशेष ट्रेनों से यात्रा के लिए टिकट की बुकिंग कराई है। रेलवे सेवा शुरू करने से पहले रेलवे द्वारा दिल्ली के प्रमुख तीन स्टेशनों पर एंट्री और एग्जिट प्लान जारी किए गए हैं।
सफर करने से पहले पढ़ लें ये नियम
यदि आप सफर पर निकल रहे हैं तो घर से निकलने से पहले इन एंट्री और एग्जिट नियमों को जरूर पढ़ लें। रेलवे ने नई दिल्ली स्टेशन और हजरत निजामुद्दीन स्टेशन पर एंट्री और एक्जिट को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए हैं। रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी द्वारा हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन, दिल्ली जंक्शन और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के लिए प्रवेश और निकास योजना जारी की गई है।
सोमवार से शुरू हो रही हैं 200 ट्रेनें
सोमवार से 200 ट्रेनों का संचालन हो रहा है।रेलवे की मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार द्वारा जारी नए नियमों के मुताबिक, इन ट्रेनों में सवार होने के लिए सोमवार से जिन यात्रियों के पास कंफर्म टिकट और आरएसी टिकट हैं केवल उन्हीं ही स्टेशन परिसर में आने की अनुमति होगी। हजरत निजामुद्दीन, दिल्ली जंक्शन औऱ नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर एंट्री और एग्जिट के जो नियम बनाए गए हैं वो इस प्रकार हैं-
स्टेशन का नाम |
एंट्री (प्रवेश) |
एग्जिट (निकास) |
हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन |
भोगल की तरफ से |
भोगल की तरफ से |
दिल्ली जंक्शन रेलवे स्टेशन |
चांदनी चौक की तरफ से |
चांदनी चौक की तरफ से |
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन |
अजमेरी गेट और पहाडगंज, दोनों तरफ से |
अजमेरी गेट और पहाडगंज, दोनों तरफ से |
रेलवे ने क्या आग्रह
इसके अलावा रेलवे ने यात्रियों से आग्रह किया है कि वो सफर करने के दौरान अपने साथ घर से पानी की बोतल और खाना अवश्य रख लें तथा हल्के सामान के साथ यात्रा करें। रेलवे की तरफ से ब्रेड रोल नहीं दिया जाएगा। रेलवे ने कहा कि यात्रियों को प्रस्थान से कम से कम 90 मिनट पहले स्टेशन पर पहुंचना होगा और केवल बिना लक्षण वाले यात्रियों को ही ट्रेनों में प्रवेश करने या सवार होने की अनुमति दी जायेगी।