- आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समीक्षा जारी की
- उन्होंने कहा कि रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं होगा
- आरबीआई गवर्नर ने कहा कि आपूर्ति सीरीज में बाधाएं बरकरार हैं जिससे कई सेक्टर्स में महंगाई का दबाव बना हुआ है
RBI Monetary Policy Review Announcement: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) अपनी छह-सदस्यीय मौद्रिक नीति कमिटी (MPC) की तीन दिवसीय बैठक के बाद मौद्रिक नीति समीक्षा जारी की। तीन दिनों तक चली इस बैठक में रेपो रेट बदलाव को लेकर कोई फैसला नहीं लिया गया है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं होगा। वह चार प्रतिशत पर बना रहेगा। उन्होंने कहा कि मौद्रिक नीति कमिटी ने मौजूदा स्तर पर रेपो रेट को छोड़ने का फैसला किया है। रेपो रेट में बदलाव नहीं होने का मतलब ये हुआ कि आपको ईएमआई या लोन की ब्याज दरों पर नई राहत नहीं मिलेगी।
भारतीय रिजर्व बैंक ने द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत दरों को यथावत रखा। गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति कमिटी की बैठक के बाद कहा कि आरबीआई का रूख उदार बना रहेगा।
- आरबीआई गवर्नर ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय आर्थिक गतिविधियां कमजोर बनी हुई है, कोविड-19 मामलों में उछाल ने पुनरुद्धार के शुरुआती संकेतों को कमजोर किया है।
- आरबीआई गवर्नर दास ने कहा कि आर्थिक गतिविधियों में सुधार की शुरुआत हो गई थी, लेकिन संक्रमण के मामले बढ़ने से लॉकडाउन लगाने को मजबूर होना पड़ा।
- गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि आरबीआई ने कोविड-19 के प्रभाव से राहत देने के लिए कंपनियों, व्यक्तिगत कर्जदारों के लोन का पुनर्गठन करने के लिए कर्जदाताओं को सुविधा उपलब्ध कराने की अनुमति दी।
- आरबीआई गवर्नर दास ने कहा कि आपूर्ति सीरीज में बाधाएं बरकरार हैं जिससे विभिन्न क्षेत्रों में महंगाई का दबाव बना हुआ है।
- रिजर्व बैंक गवर्नर ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति का अनुमान है कि मुद्रास्फीति दूसरी तिमाही में ऊंची बनी रहेगी। चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में इसमें नरमी आ सकती है।
- आरबीआई गवर्नर दास ने कहा कि अप्रैल 2020 से शुरू हुए वित्त वर्ष की पहली छमाही में भारत की अर्थव्यवस्था में संकुचन आने का अनुमान है।
- आरबीआई गवर्नर ने कहा कि वास्तविक जीडीपी वृद्धि पहली छमाही में और पूरे वित्त वर्ष में नकारात्मक रहने का अनुमान।
- आरबीआई गवर्नर दास ने कहा कि एनएचबी, नाबार्ड द्वारा 10,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त नकदी सुविधा मुहैया कराई जाएगी।
- शक्तिकांत दास ने कहा कि रेपो रेट बिना किसी बदलाव के साथ 4 प्रतिशत है।
- आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि रिवर्स रेपो रेट भी बिना किसी बदलाव के साथ 3.35 प्रतिशत है।
- गवर्नर दास ने कहा कि जून में लगातार चौथे महीने भारत के व्यापार निर्यात में कमी आई। घरेलू मांग में कमी और अंतर्राष्ट्रीय क्रूड तेल के दामों में कमी की वजह से जून महीने में आयात में काफी कमी आई।
-
शक्तिकांत दास ने कहा कि परिवारों पर कोविड- 19 के प्रभाव को कम करने के लिये उन्हें अब सोने के एवज में मूल्य का 90% तक कर्ज दिया जाएगा, वर्तमान में यह 75% तक दिया जा रहा है।
-
शक्तिकांत दास ने कहा कि स्टार्टअप को बैंक लोन के लिहाज से प्राथमिक क्षेत्र का दर्जा दिया गया।
मौद्रिक नीति कमिटी (एमपीसी) की 24वीं बैठक हुई। कोरोना संकट के बीच तीसरी बैठक हुई। तेजी से बदलते आर्थिक परिवेश और वृद्धि परिदृश्य के कमजोर होने के साथ एमपीसी की बैठक समय से पहले दो बार हो चुकी है। पहली बैठक मार्च में और उसके बाद मई, 2020 में दूसरी बैठक हुई।