मुख्य बातें
- मौद्रिक नीति कमिटी की तीन दिवसीय बैठक हुई
- नीतिगत दर को 4 प्रतिशत पर बरकरार रखा
- जीडीपी दर में 9.5 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है
नई दिल्ली : मौद्रिक नीति कमिटी (Monetary policy committee) की तीन की बैठक हुई। मौद्रिक नीति की समीक्षा (Monetary policy review) इस साल की 5वीं बैठक हुई। क्या फैसले लिए गए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) ने शुक्रवार (09 अक्टूबर) को प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिये जानकारी दी। दास ने कहा कि नीतिगत दर को 4 प्रतिशत पर बरकरार रखा है। उन्होंने यह भी कहा कि आरबीआई आर्थिक वृद्धि को समर्थन देने के लिए उदार रुख को बनाए रखेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष में वास्तविक जीडीपी दर में 9.5 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है।
मौद्रिक नीति कमिटी की बैठक में लिए गए फैसलों की मुख्य बातें इस प्रकार हैं:-
- आरबीआई ने प्रमुख नीतिगत दर रेपो को 4 प्रतिशत पर बरकरार रखा, रिवर्स रेपो दर 3.35 प्रतिशत पर बनी रहेगी।
- आरबीआई ने आर्थिक वृद्धि को समर्थन देने के लिए उदार रुख बरकरार रखने की घोषणा की।
- शक्तिकांत दास ने कहा, कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में भारतीय अर्थव्यवस्था निणार्यक चरण में प्रवेश कर रही है।
- अर्थव्यवस्था में पहली तिमाही में आई गिरावट पीछे छूट चुकी है, स्थिति में सुधार के संकेत दिखने लगे हैं।
- नियंत्रण अथवा अंकुश लगाने के बजाय अब अर्थव्यवस्था को उबारने पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत।
- चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही तक मुद्रास्फीति के तय लक्ष्य के दायरे में आ जाने का अनुमान।
- जीडीपी के चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही तक संकुचन के रास्ते से हटकर फिर से वृद्धि के रास्ते पर आने का अनुमान।
- वित्त वर्ष की पहली छमाही के धीमे सुधार को दूसरी छमाही में मिल सकती है गति, तीसरी तिमाही से आर्थिक गतिविधियां बढ़ने लगेंगी।
- चालू वित्त वर्ष में वास्तविक जीडीपी दर में आ सकती है 9.5 प्रतिशत की गिरावट।
- रिजर्व बैंक प्रणाली में संतोषजनक तरलता की स्थिति बनाये रखेगा, अगले सप्ताह खुले बाजार परिचालन के तहत 20,000 करोड़ रुपये जारी किये जायेंगे।
- महंगाई दर में आया मौजूदा उभार अस्थाई, कृषि परिदृश्य दिख रहा उज्ज्वल, कच्चे तेल की कीमतें दायरे में रहने की उम्मीद।