- रिलायंस ने हाल ही में गुजरात सरकार के साथ 5.95 लाख करोड़ के एमओयू पर साइन किया था।
- अब रिलायंस रिटेल ने एडवर्ब टेक्नोलॉजीज में हिस्सेदारी खरीदी है।
- यह डील 983 करोड़ रुपये में हुई है।
Reliance Retail-Addverb Technologies Deal: अरबपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) ने एक बड़ा सौदा किया है। रिलायंस रिटेल ने घरेलू रोबोटिक्स कंपनी एडवर्ब टेक्नोलॉजीज (Addverb Technologies) में 13.2 करोड़ अमेरिकी डॉलर यानी करीब 983 करोड़ रुपये में 54 फीसदी की हिस्सेदारी खरीदी है।
फिलहाल बीएसई पर रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर लाल निशान पर कारोबार कर रहे हैं। खबर लिखने के समय पर आरआईएल का शेयर 32.30 अंक (1.27 फीसदी) की गिरावट के साथ 2520 पर थे। मौजूदा समय में कंपनी का मार्केट कैप 17,04,634.62 करोड़ रुपये है।
रिलायंस ने गुजरात सरकार के साथ की डील, 10 लाख लोगों को मिलेगी नौकरी
नोएडा में होगी रोबोट विनिर्माण संयंत्र की स्थापना
इस संदर्भ में एडवर्ब टेक्नोलॉजीज के सह-संस्थापक और सीईओ संगीत कुमार ने पीटीआई-भाषा को बताया कि कंपनी स्वतंत्र रूप से काम करना जारी रखेगी और रिलायंस से मिली धनराशि का इस्तेमाल विदेश में कारोबार के विस्तार तथा नोएडा में एक बड़ा रोबोट विनिर्माण संयंत्र की स्थापना के लिए किया जाएगा।
कंपनी के पास पहले ही नोएडा में एक विनिर्माण संयंत्र है, जहां हर साल लगभग 10,000 रोबोट बनाए जाते हैं। कुमार ने कहा, 'इस निवेश के साथ रिलायंस के पास एडवर्ब में लगभग 54 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। वे कंपनी में सबसे बड़े शेयरधारक बन गए हैं। रिलायंस पहले ही हमारे सम्मानित ग्राहकों में से एक था, जिसके साथ मिलकर हमने उनके किराना व्यवसाय जियो मार्ट के लिए उच्च क्षमता वाले स्वचालित गोदामों का निर्माण किया था। सहूलियत और भरोसा, जैसे कारक पहले से मौजूद थे, जिसके कारण यह जुड़ाव हुआ।'
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने न्यूयॉर्क के लक्जरी होटल मैंडारिन ओरिएंटल में अधिकांश हिस्सा खरीदा
उन्होंने कहा कि रिलायंस रिटेल के साथ रणनीतिक साझेदारी से हमें नई ऊर्जा पहलों के जरिए 5जी, बैटरी प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा, 'हम एक लाभदायक कंपनी हैं। हम इस धनराशि का इस्तेमाल विदेश में विस्तार करने और विनिर्माण संयंत्रों की स्थापना में करेंगे।'
भारत से आता है आय का 80 प्रतिशत हिस्सा
कुमार ने कहा, 'इस समय हमारी आय का 80 प्रतिशत हिस्सा भारत से आता है, लेकिन अगले 4-5 वर्षों में भारत और विदेश व्यापार के बीच 50-50 प्रतिशत की हिस्सेदारी होने की उम्मीद है। हमारी आय में सॉफ्टवेयर की कुल हिस्सेदारी 15 प्रतिशत है, जिसमें उल्लेखनीय बढ़ोतरी का अनुमान है।'
एडवर्ब की स्थापना 2016 में हुई थी और उसे चालू वित्त वर्ष के दौरान 400 करोड़ रुपये की आय की उम्मीद है, जो पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 100 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)