- जनवरी में रॉयल एनफील्ड की बिक्री में 10 हजार की गिरावट
- किसानों के खाते में सीधे 2.3 लाख करोड़ रुपये एमएसपी के रूप में जाएंगे।
- बजट में सरकार ने 25 हजार किलोमीटर के नए राजमार्ग बनाने का ऐलान किया है।
नई दिल्ली : बजट के बाद, वाहन इंडस्ट्री के आए पहले आंकड़ों ने निराश किया है। जनवरी के महीने में न केवल ट्रैक्टर की बिक्री में गिरावट है बल्कि दो पहिया वाहनों की बिक्री भी गिरी हुई है। आंकड़ों से साफ है कि गांवों में खरीददार नहीं हैं। ऐसे में अब उम्मीद बजट के ऐलानों से हैं, जो कि अर्थव्यवस्था के पहिए को घुमाकर फिर से गाड़ी पटरी पर ला सके। खास तौर से बजट में एमएसपी का पैसा , किसानों के खाते में सीधे जाने और सड़कों के निर्माण से बड़ी मांग निकलने की उम्मीद है।
क्या कहते हैं ताजा आंकड़े
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) के जनवरी के आंकड़ों के अनुसार जनवरी 2022 में ग्रामीण भारत में मांग के प्रमुख इंडीकेटर ट्रैक्टर और दोपहिया वाहनों की बिक्री दोनों गिरी हुई है। दो पहिया वाहनों की बिक्री जहां 13 फीसदी गिरी है, वहीं ट्रैक्टर की बिक्री 10 फीसदी गिर गई है। अहम बात यह है कि ट्रैक्टर की बिक्री जो कोविड की लहर में रफ्तार पकड़ी हुई थी। वह भी अब गिरने लगी है। इसका सीधा मतलब है कि गांवों में खरीददार नहीं हैं।
फाडा के अध्यक्ष विंकेश गुलाटी के अनुसार जनवरी महीने में भी गिरावट जारी है। आंकड़ों से साफ है कि अभी भी अर्थव्यवस्था दो साल पहले आए कोविड-19 के झटके से ऊबर नहीं पाई है। 2 पहिया वाहन की बिक्री में गिरावट ग्रामीण भारत के संकट को साफ तौर पर दर्शाती है। ऐसे में बजट में किसानों के खाते में सीधे 2.3 लाख करोड़ रुपये की एमएसपी सीधे किसानों के हाथ में जाने से दो पहिया वाहनों की बिक्री में तेजी आ सकती है।
बजट में क्या है ऐलान
वाहन इंडस्ट्री को सबसे ज्यादा बजट के ऐलानों से उम्मीद है। बजट में सरकार ने 25 हजार किलोमीटर के नए राजमार्ग बनाने का ऐलान किया है। इसके लिए किसानों के खाते में 2.3 लाख करोड़ रुपये एमएसपी के तहत सीधे भेजे जाएंगे। विंकेश के अनुसार ये कदम ग्राामीण क्षेत्र में मांग बढ़ा सकते हैं। इनके जरिए कमर्शियल वाहनों से लेकर दो पहिया वाहनों की बिक्री में उछाल की उम्मीद है। फाडा के अनुसार गिरती मांग का ही असर है कि डीलर्स के पास कारों की औसतन इंवेट्री 8-10 दिन पहुंच गई है। और दोपहिया वाहनों की इंवेट्री रिकॉर्ड 25-30 दिनों तक पहुंच गई है। इंवेट्री का मतलब है कि मांग नहीं होने से डीलर्स के पास इतने दिन की गाड़ियां बची हुई हैं।
बुलेट की भी मांग गिरी
कंपनी | जनवरी 2022 रिटेल बिक्री | जनवरी 2021 रिटेल बिक्री |
हीरो मोटकॉर्प | 3,12,999 | 3,98,988 |
होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर कंपनी | 2,57,984 | 3,06,940 |
टीवीएस मोटर कंपनी | 1,64,072 | 1,77,854 |
बजाज ऑटो | 1,19,198 | 1,31,689 |
रॉयल एनफिल्ड | 45,506 | 55431 |
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