नई दिल्ली। दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी (Most Valuable Company) सऊदी अरामको (Saudi Aramco) ने चालू साल की पहली तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। कंपनी के मुनाफे में 80 फीसदी से भी ज्यादा की बढ़ोतरी दर्ज हुई है।
इसलिए फायदे में रही कंपनी
दरअसल यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से ही ग्लोबल स्तर पर एनर्जी बाजार में उथल-पुथल हुई है। इसका सऊदी अरामको को फायदा मिला है। मालूम हो कि सऊदी अरब के स्वामित्व वाली तेल कंपनी को पहले सऊदी अरेबियन ऑयल कंपनी से जाना जाता था।
39.5 अरब डॉलर हो गया शुद्ध लाभ
चालू साल की पहली तिमाही में सरकार समर्थित कंपनी का शुद्ध लाभ बढ़कर 39.5 अरब डॉलर हो गया है। जबकि एक साल पहले की एसी अवधि में कंपनी का शुद्ध लाभ 21.7 अरब डॉलर था। उल्लेखनीय है कि यह साल 2019 के बाद से समूह का सबसे ज्यादा तिमाही मुनाफा है।
कंपनी के सीईओ ने क्या कहा?
इस संदर्भ में सऊदी अरामको के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) अमीन एच नासर ने कहा कि ग्लोबल मार्केट में उतार-चढ़ाव के बीच कंपनी का ध्यान दुनिया की एनर्जी जरूरतों को पूरा करने पर था। सऊदी अरामको ने पूरी दुनिया को भरोसेमंद, सस्ती और टिकाऊ एनर्जी सुनिश्चित की है।
क्रूड ऑयल की कीमत में आई थी वृद्धि
उल्लेखनीय है कि यूक्रेन पर रूस द्वारा किए गए हमले के बाद मार्च में कच्चे तेल की कीमत काफी बढ़ गई थी। इसका दाम 139 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया था। रविवार को सऊदी अरामको का शेयर 1.85 फीसदी चढ़ गया था।
हाल ही में सऊदी अरामको ऐप्पल (Apple) को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई थी। दरअसल पिछले काफी समय से दुनिया में कच्चे तेल (Crude Oil Price) की कीमत में बढ़ोतरी हो रही है, जिसकी वजह से तेल सेक्टर के शेयरों में उछाल आ रहा है। इसका सीधा फायदा तेल कंपनी सऊदी अरामको को मिला।