- एसडीजी इंडिया इंडेक्स देश की प्रगति का पैमाना है।
- इसकी शुरुआत यूएन के सहयोग से 2018 में की गई।
- यह राज्यों और केन्द्र-शासित प्रदेशों द्वारा की गई प्रगति का दस्तावेजीकरण और उनकी रैंकिंग निर्धारित करता है।
नीति आयोग ने गुरुवार (03 जून) एसडीजी इंडिया इंडेक्स और डैशबोर्ड 2020-21 का तीसरा संस्करण जारी किया गया। इसकी शु्रुआत संयुक्त राष्ट्र के सहयोगी से वर्ष 2018 में की गई। यह इंडेक्स व्यापक रूप से सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को प्राप्त करने की दिशा में राज्यों और केन्द्र-शासित प्रदेशों द्वारा की गई प्रगति का दस्तावेजीकरण और उनकी रैंकिंग निर्धारित करता है। अब यह इंडेक्स देश में सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) से जुड़ी प्रगति की निगरानी का प्राथमिक टूल बन गया है। इससे राज्यों और केन्द्र-शासित प्रदेशों के बीच प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा दिया है।
देश के ओवरऑल एसडीजी स्कोर में 6 अंकों का सुधार हुआ है। 2019 में 60 से बढ़कर 2020-21 में 66 पहुंचा। लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में यह सकारात्मक कदम बड़े पैमाने पर लक्ष्य 6 (साफ पानी और स्वच्छता) और लक्ष्य 7 (सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा) के बारे में अनुकरणीय देशव्यापी प्रदर्शन से प्रेरित है, जिसमें समग्र लक्ष्य स्कोर क्रमशः 83 और 92 हैं। एसडीजी इंडिया इंडेक्स 2020-21 राष्ट्रीय संकेतक फ्रेमवर्क (एनआईएफ) केसाथ अपेक्षाकृत अधिक साम्य रखते हुए लक्ष्यों और संकेतकों के व्यापक कवरेज की वजह से पिछले संस्करणों की तुलना में अधिक मजबूत है।
एसडीजी इंडिया इंडेक्स प्रत्येक राज्य और केन्द्र-शासित प्रदेश के लिए 16 एसडीजी पर लक्ष्य-वार स्कोर की गणना करता है। कुल मिलाकर राज्य और केन्द्र-शासित प्रदेश के स्कोर 16 एसडीजी पर उनके प्रदर्शन के आधार पर उप-राष्ट्रीय इकाई के समग्र प्रदर्शन को मापने के लिए गणना किए गए लक्ष्य-वार स्कोर में से निकाले जाते हैं। ये स्कोर 0-100 के बीच होते हैं, और अगर कोई राज्य/केन्द्र- शासित प्रदेश 100 का स्कोर प्राप्त करता है, तो यह इस तथ्य को दर्शाता है कि उस राज्य/केन्द्र-शासित प्रदेश ने 2030 के लक्ष्य हासिल कर लिए हैं। किसी राज्य/केन्द्र-शासित प्रदेश का स्कोर जितना अधिक होगा, उतनी ही अधिक दूरी तक उसने लक्ष्य हासिल कर लिया होगा।
राज्यों और केन्द्र-शासित प्रदेशों को उनके एसडीजी इंडिया इंडेक्स स्कोर के आधार पर निम्नलिखित तरीके से वर्गीकृत किया जाता है:-
- प्रतियोगी (एस्पीरेंट): 0–49
- प्रदर्शन करने वाला (परफ़ॉर्मर): 50–64
- सबसे आगे चलने वाला (फ्रंट - रनर): 65–99
- लक्ष्य पाने वाला (एचीवर): 100
नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि यह रिपोर्ट एसडीजी प्रयासों के दौरान हमारे द्वारा बनाई और मजबूत की गई साझेदारी को दर्शाती है। इसमें वर्णित डिटेल इस बात पर प्रकाश डालते हैं कि कैसे सहयोग से जुड़े पहलों के परिणाम बेहतर और अधिक प्रभावी हो सकते हैं। अब जबकि 2030 एजेंडा को प्राप्त करने की दिशा में हमने एक तिहाई यात्रा पूरी कर ली है और इसके आगे की यात्रा अभी बाकी है, इस इंडेक्स रिपोर्ट का यह संस्करण एक विषय के रूप में साझेदारी के महत्व पर केन्द्रित है।