- कोविशील्ड को जनवरी में महामारी के खिलाफ आपातकालीन उपयोग की अनुमति दी गई थी।
- कोविड-19 वैक्सीन की आपूर्ति 125 करोड़ खुराकों को पार कर गई है।
- SII ने दवा नियामक और स्वास्थ्य मंत्रालय के समक्ष आवेदन किया है।
नई दिल्ली। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute Of India, SII) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अदार पूनावाला (Adar Poonawalla) ने शुक्रवार को एक ट्वीट में कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने देश के दवा नियामक और स्वास्थ्य मंत्रालय को अपने COVID-19 वैक्सीन, कोविशील्ड (Covishield) के पूर्ण बाजार प्राधिकरण के लिए आवेदन किया है, ताकि वैक्सीन हर जगह मिल सके। सीरम इंस्टीट्यूट कोविशील्ड ब्रांड नाम के तहत एस्ट्राजेनेका की COVID-19 वैक्सीन का उत्पादन करता है।
पूर्ण बाजार प्राधिकरण के मामले में, वैक्सीन को चिकित्सा उत्पादों की गुणवत्ता, सुरक्षा और प्रभावशीलता की समीक्षा के लिए मानक नियामक प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। कंपनी के सीईओ ने ट्वीट किया कि, 'भारत सरकार के पास अब पूर्ण बाजार प्राधिकरण के लिए पर्याप्त डेटा है और इसलिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने इस अनुमति के लिए दवा नियामक और स्वास्थ्य मंत्रालय को आवेदन किया है।'
भारत में 90 फीसदी लोगों को मिला कोविशील्ड
भारत में कोविड-19 के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले मुख्य टीकों में से कोविशील्ड एक रहा है। भारत में लगभग 90 फीसदी लोगों को कोविशील्ड मिला है। अगर रेगुलर मार्केटिंग ऑथराइजेशन प्रदान किया जाता है, तो फाइजर-बायोएनटेक (Pfizer-BioNTech's) को अमेरिका में मंजूरी मिलने के बाद कोविशील्ड इस तरह की मंजूरी प्राप्त करने वाला दुनिया की दूसरी कोविड वैक्सीन (Covid Vaccine) बन जाएगी।
मालूम हो कि भारत और कई अन्य देशों में 100 करोड़ खुराक की आपूर्ति के बाद SII ने पहले अक्टूबर में भी नियमित विपणन अनुमोदन मांगा था। 3 जनवरी को कोविशील्ड को आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दी गई थी। यह टीका महामारी को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और भारत के कोविड टीकाकरण अभियान का मुख्य आधार बन गया है।