बीते दिनों हमने दीपावली मनाई, जिसे गैजेट, अप्लायंस और कार जैसी बड़ी खरीदारी के लिए शुभ समय माना जाता है। इसके अतिरिक्त, त्योहारी सीजन के दौरान क्रेडिट कार्डों पर डिस्काउंट और अन्य आकर्षक ऑफर देखने को मिलते हैं जो यूजर्स को खर्च करने के लिए प्रेरित करते हैं। इससे कार्ड का उपयोग बढ़ सकता है। अपने कार्ड की खर्च सीमा बढ़ाने से आपका कर्ज भी बढ़ता है जिसे चुकाना मुश्किल हो सकता है। इसलिए यह अहम है कि त्योहारी सीजन के बाद, आप अपने क्रेडिट कार्ड की बकाया राशि को नियंत्रित रखने की स्थिति में रहें और उन्हें एक बड़ा कर्ज न बनने दें। इस लेख में, हम त्योहारी समय के बाद आपके क्रेडिट कार्ड का बिल चुकाने के कुछ स्मार्ट तरीकों पर चर्चा कर रहे हैं।
अपने बिलिंग चक्र के अनुसार भुगतान करें
यदि आपके कई क्रेडिट कार्डों पर बकाया है, तो उन कार्डों की बकाया राशि का भुगतान करने को प्राथमिकता दें जिनकी देय तिथियां करीब हैं। उदाहरण के लिए, आपके विभिन्न क्रेडिट कार्डों का स्टेटमेंट हर महीने क्रमशः 8, 18 और 28 तारीख को जनरेट होता है। यदि आपने महीने के पहले हफ्ते के दौरान पैसा खर्च किया है, तो आपको कार्ड बिलों के भुगतान को उनकी स्टेटमेंट की तिथि यानी 8, 18 और 28 तारीख के क्रम में प्राथमिकता देनी चाहिए। हालांकि, यदि आपने महीने की 20 तारीख को कार्ड का उपयोग किया है, तो आपको उन बिलों के भुगतान को प्राथमिकता देनी चाहिए जिसकी स्टेटमेंट की तिथि पहले पड़ती है अर्थात चालू महीने की 28 तारीख और अगले महीने की 8 और 18 तारीख। बिलिंग चक्र को जानने से आपको ब्याज-मुक्त क्रेडिट की अधिकतम अवधि के साथ ही अपना बकाया चुकाने के लिए अधिकतम समय भी मिलेगा।
सबसे पहले उस कार्ड का भुगतान करें जिसका बिल सबसे कम है
आपकी बकाया राशि को प्राथमिकता देने का एक अन्य तरीका यहां दिया गया है। यदि आपके पास ऐसे एक से अधिक क्रेडिट कार्ड हैं जिनके बिलों का भुगतान बकाया है तो आप सबसे पहले सबसे कम बिल वाले कार्ड का भुगतान करें और फिर दूसरे बिलों का भुगतान करने के लिए आगे बढ़ सकते हैं। सबसे कम क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान करने से आपके क्रेडिट स्कोर के साथ ही क्रेडिट उपयोग अनुपात में भी मामूली सुधार होगा। यदि आप अपनी बकाया राशि पर भारी ब्याज शुल्क लगने से बचना चाहते हैं तो आपके पास खोने के लिए बहुत कम समय है।
बड़े बिलों को ईएमआई में बदलें
आप अपनी क्रेडिट कार्ड कंपनी से अपनी बकाया राशि को ईएमआई में कन्वर्ट करने का अनुरोध कर सकते हैं। अधिकांश क्रेडिट कार्ड कंपनियाँ आपको इसकी सुविधा देती हैं। यह देर से भुगतान और जुर्माना शुल्कों की संभावना को कम करने में मदद करता है, और आपका क्रेडिट स्कोर कम होने से बचाता है। ईएमआई कन्वर्जन से पहले, लगाई जाने वाली ब्याज दर के बारे में जानें और इसकी तुलना अपने अन्य कार्डों से करें।
बैलेंस ट्रांसफर पर विचार करें
आप बैलेंस ट्रांसफर प्रक्रिया के जरिए अपने सभी कर्जों को एक में समेकित करने पर विचार कर सकते हैं, जिससे आप अपनी बकाया राशि को एक या ज्यादा कार्ड से एक कार्ड में ट्रांसफर कर सकते हैं। यदि आप इस विकल्प को चुनते हैं, तो आपको अपने कर्ज की चिंता से थोड़े समय के लिए राहत मिल जाएगी क्योंकि आपको नए कार्ड जारीकर्ता द्वारा 90 दिनों तक की क्रेडिट-मुक्त अवधि मिल जाएगी। इस तरह आपको कर्ज चुकौती की व्यवस्था करने के लिए जारीकर्ता से कुछ अतिरिक्त समय मिल जाएगा। ध्यान रखें: क्रेडिट अवधि समाप्त होने के बाद, आपकी जारीकर्ता कंपनी नियमित ब्याज लगाएगी।
बकाया राशि का भुगतान नहीं होने तक कार्ड के आगे उपयोग से बचें
जब आप पहले ही अपने बजट से अधिक खर्च कर चुके होते हैं, तो नकदी की कमी को प्रबंधित करने के लिए नए खर्चों को समायोजित करना आवश्यक हो जाता है। जब तक आप अपनी बकाया राशि का भुगतान नहीं कर देते, तब तक आपको अपने क्रेडिट कार्ड पर खर्च करने से बचना चाहिए। यह आपको अपने नियमित आवश्यक खर्चों तक सीमित रहने और अनावश्यक खर्च से बचने में भी मदद करेगा।
आपको न्यूनतम देय राशि (एमएडी) का भुगतान करना चाहिए
यदि आप नियत तिथि पर अपनी देय राशि का भुगतान करने में असमर्थ हैं, तो आपको न्यूनतम देय राशि का भुगतान करना चाहिए। यह आम तौर पर उस महीने की आपकी बकाया राशि का 5% होता है, जो कि लोअर लिमिट के अधीन है। यदि एमएडी का भुगतान भी नहीं होता है तो आप पर देर से भुगतान के लिए जुर्माना लग सकता है। भुगतान नहीं करने से आपकी उधार-पात्रता और क्रेडिट स्कोर को नुकसान पहुंचता है। ध्यान रखें कि एमएडी से केवल आप जुर्माने से बचते हैं, न कि बकाया राशि पर लगने वाले ब्याज से।
समय पर क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान नहीं करने के कई नुकसान हैं। त्योहारी अवधि के दौरान, यदि आपने अपनी सीमा से अधिक खर्च किया है तो आपको अपने बिलों को समय पर चुकाने के लिए तुरंत एक कार्य योजना बनानी चाहिए ताकि आपका बजट प्रभावित हुए बिना आप कर्ज की चिंता से मुक्ति पा सकें।
(इस लेख के लेखक, BankBazaar.com के CEO आदिल शेट्टी हैं)
(डिस्क्लेमर: ये लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसको निवेश से जुड़ी, वित्तीय या दूसरी सलाह न माना जाए)