भारत में रेलवे स्टेशनों की तुलना में एयरपोर्ट्स का बुनियादी ढांचा हमेशा बेहतर रहा है। हालांकि, बेंगलुरु में आगामी रेलवे टर्मिनल इस तरह से तैयार जा रहा है कि वह एयरपोर्ट जैसा नजर आ रहा है। बेंगलुरु के बैयप्पनहल्ली में पूरी तरह वातानुकूलित सर एम विश्वेश्वरैया रेलवे टर्मिनल (Sir M Visvesvaraya Railway Terminal ) में अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी और जल्द ही इसका उद्घाटन होने की संभावना है।
रिपोर्ट के अनुसार, बेंगलुरु के बप्पनहल्ली क्षेत्र में स्थित रेलवे टर्मिनल पूरी तरह से कवर किया गया है और फरवरी के अंत तक चालू होने की उम्मीद है। इसका नाम भारत रत्न सर एम विश्वेश्वरैया के नाम पर रखा गया है। यह टर्मिनल कर्नाटक और बाहर के अन्य रेलवे स्टेशनों के साथ शहर को जोड़ने वाली अधिक ट्रेनों को हेंडल करेगा। दक्षिण पश्चिम रेलवे (SWR) ने पहले कहा कि कोचिंग टर्मिनल केएसआर बेंगलुरु और यशवंतपुर स्टेशनों की भीड़ करने में मदद करेगा।
केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को भारत के पहले एसी रेलवे टर्मिनल की तस्वीरें शेयर कीं जो एक हवाई अड्डे के जैसा है। केंद्रीय रेल मंत्री गोयल ने गुरुवार को आगामी रेलवे टर्मिनल की तस्वीरों को पोस्ट करते हुए ट्वीट किया कि कर्नाटक के बेंगलुरु, कर्नाटक में आगामी सर एम विश्वेश्वरैया टर्मिनल की झलक देखें।
पहले बताया गया था कि बेंगलुरु रेलवे डिवीजन ने उद्घाटन की तारीख 15 फरवरी निर्धारित की थी। हालांकि, इस पर कोई अपडेट नहीं आया है। 314 करोड़ वाला टर्मिनल पहला वातानुकूलित रेलवे कॉनकोर्स है, जिसका उद्देश्य यात्रियों को एयरपोर्ट जैसा अनुभव देना है। टर्मिनल में एक एयरपोर्ट जैसा फेसकेड है और इसे बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की तर्ज पर बनाया गया है।
टर्मिनल में सात प्लेटफार्म, तीन सक्षम लाइनें और तीन पिट लाइनें होंगी। टर्मिनल 4,200 वर्ग किमी के क्षेत्र में बनाया गया है और प्रतिदिन औसतन 50 ट्रेनों के साथ प्रतिदिन 50 हजार से अधिक के फुटफॉल मिलने की उम्मीद है। सभी प्लेटफार्मों को लंबे, अंडाकार फुट ओवर ब्रिज के अलावा दो सबवे द्वारा जोड़ा जाएगा। टर्मिनल में 200 कारों और 900 दोपहिया वाहनों के लिए पार्किंग की जगह होगी।