वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2021-22 का बजट पेश किया। कोरोना संकट के बीच सरकार ने बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र पर काफी फोकस किया। स्वास्थ्य खर्च को 137 प्रतिशत बढ़ाकर 2.23 लाख करोड़ से अधिक रखा गया है। कोरोना वैक्सीन के लिए बजट में 35,000 करोड़ रुपए की घोषणा की गई है। सरकार के बजट और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की घोषणाओं को लेकर स्टार्टअप्स , ट्रेवल एंड टूरिज्म इंडस्ट्री और हैल्थकेयर से कुछ रिएक्शंस कुछ इस तरह से है
स्टार्टअप्स
गौरव मेहता, संस्थापक एवं सीईओ, जयपुर वॉच कंपनी ने कहा कि मेरा मानना है कि बजट सकारात्मक है, क्योंकि इससे खपत को बढ़ावा मिलेगा और उपभोक्ता कोविड से पहले के दौर की तरह खर्च करने के लिए प्रोत्साहित होगा। सोने, चांदी एवं अन्य कीमती धातुओं पर कस्टम ड्यूटी को तर्कसंगत बनाने की घोषणा घड़ी उद्योग के लिए सकारात्मक ऐलान है। बीस्पोक घड़ियों की मांग कम बनी हुई है, ऐसे में कस्टम ड्युटी कम करने से इनपुट लागत कम होगी जिसका फायदा उपभोक्ता को मिलेगा। घड़ियों के आयात पर कस्टम ड्यूटी के विवरण का हमें इंतजार है।
हेल्थ सेक्टर
डॉक्टर आर बी स्मार्टा मैनेजिंग डायरेक्टर, इंटरलिंक कंसल्टेंसी ने कहा कि ये इस साल का हेल्थ सेक्टर का भोत ही उम्दा बजट पेश हुआ है। हम समझते हैं की तकरीबन 138 प्रतिशत जो है वो हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर पर देना चाहिए फिर चाहे वो प्राइमरी हो या सेकेंडरी। सर्कार की तरफ से जो मिशन पोषण और स्किल डेवलपमेंट का प्रावधान आया है उससे हम बिलकुल सहमत है और साथ इस साथ जो बजट उन्होंने लाये है वो भी बिलकुल सही ही। इससे नई बीमारियों की रिसर्च में भी काम होगा। हम समझते है इससे पूरे देश की जनता को आगे आने वाले समय में लाभ होगा। साथ ही साथ इससे कई सारे और रास्ते भी खुलेंगे।
ट्रेवल एवं टूरिज्म
सरबेन्द्र सरकार, संस्थापक एवं एमडी, सिगनेट होटल्स एण्ड रिजोर्ट्स ने कहा कि हालांकि बजट में पर्यटन और आतिथ्य के लिए कुछ विशिष्ट नहीं है, मुझे लगता है कि बजट में खपत बढ़ाने और सरकार द्वारा बुनियादी सुविधाओं के व्यय पर ध्यान दिया गया है, जिससे आतिथ्य क्षेत्र को फायदा होगा। सरकार ने कोविड सेस या नया कर न लागू कर ठीक किया है, जिसकी उम्मीद की जा रही थी। हमें विश्वास है कि कोविड वैक्सीन के लिए आवंटित राशि हमारे क्षेत्र के लिए कारगर होगी क्योंकि जितने ज्यादा लोगों को वैक्सीन मिलेगी, उतना ही लोग यात्रा के लिए प्रोत्साहित होंगे।