- यूपी में साढ़े पांच हजार करोड़ का निवेश करेगी स्वीडिश कंपनी आइकिया
- फर्नीचर,होम अप्लायेंस बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है आइकिया
- पूर्वांचल और मध्य यूपी के दर्जन भर शहरों पर भी है कंपनी की नजर
लखनऊ। यूपी में रोजगार सृजन की दिशा में योगी सरकार ने शुक्रवार को एक और ऐतिहासिक कदम बढ़ा दिया । रोजगार का इंतजार कर रहे यूपी के युवाओं के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निजी क्षेत्र में बड़े अवसर की नींव रख दी । राज्य सरकार ने शुक्रवार को फर्नीचर व होम अप्लायेंस बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक आइकिया के साथ एमओयू साइन किया । नोएडा में आइकिया भारत का अपना सबसे बड़ा आउटलेट शुरू करने जा रही है । स्वीडेन की कंपनी यूपी में साढ़े पांच हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगी । कंपनी के साथ वर्चुअल एमओयू हस्ताक्षर कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद मौजूद रहे ।
नोएडा में आइकिया का पहला स्टोर
कंपनी नोएडा में अपना पहला स्टोर शुरू करने जा रही है । इसके लिए आइकिया प्रबंधन ने नोएडा में यूपी सरकार से 850 करोड़ की जमीन खरीदी है । नोएडा में जमीन की बिक्री की स्टांप ड्यूटी से ही यूपी को 60 करोड़ रुपये का राजस्व मिला है। नोएडा में खुल रहे स्टोर से जहां हजारों युवाओं के लिए रोजगार के दरवाजे खुलने जा रहे हैं, वहीं कंपनी की नजर अगले चरण में पूर्वांचल और मध्य यूपी के करीब दर्जन भर शहरों पर है । कंपनी की योजना आने वाले दिनों में यूपी के इन शहरों में विस्तार की है।
आइकिया के साथ करार बड़ी कामयाबी
आइकिया के साथ एमओयू हस्ताक्षर को यूपी में रोजगार के लिहाज से योगी सरकार की बड़ी सफलता माना जा रहा है। दुनिया के 52 देशों में अपने आउटलेट खोल कर बड़ी संख्या में रोजगार और स्वरोजगार उपलब्ध कराने वाली स्वीडन की कंपनी नोएडा के रास्ते यूपी में साढ़े पांच हजार करोड़ का निवेश कर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर से करीब 50 हजार लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने जा रही है । योगी सरकार ने आइकिया को आउटलेट बनाने के लिए नोएडा में 47833 वर्ग मीटर जमीन उपलब्ध कराई है ।
यूपी को 57 हजार करोड़ का निवेश
कोरोना काल के दौरान देश विदेश की कंपनियों की तरफ से यूपी में 57 हजार करोड़ के निवेश के प्रस्ताव मिले थे। अमेरिका,यूरोप, उत्तरी अफ्रीका, मध्य पूर्व और पूर्वी एशिया समेत 52 देशों में 433 से ज्यादा सेंटर संचालित करने वाली आइकिया अब यूपी में बड़ा निवेश करने की तैयारी में है। कंपनी के सीएफओ पीटर बेटजेल ने शुक्रवार को इसके संकेत भी दे दिए हैं। बेटजेल ने यूपी में संभावनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि यह हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हम यहां बेहतर और बड़ा काम करना चाहेंगे ।
2025 तक सभी आउटलेट्स होंगे शुरू
कंपनी 2025 तक योगी सरकार के साथ तय योजना के मुताबिक अपने सभी आउटलेट शुरू कर देगी । फर्नीचर के साथ होम अप्लाएंस और फूड के क्षेत्र में भी उतर चुकी आइकिया के जरिये योगी सरकार यूपी के लोगों को नौकरी के साथ ही बड़ी तादाद में खुद के व्यापार का रास्ता भी तैयार करने जा रही है । जानकारों के मुताबिक कंपनी अपने उत्पादों को आन लाइन बेचने के साथ ही अलग अलग शहरों में फ्रेंचाइजी और शोरूम भी खोलेगी। जिनके जरिये बड़ी संख्या में लोगों को व्यापार और रोजगार का मौका मिल सकेगा । इसके साथ ही स्थानीय स्तर पर हुनरमंद और कारीगरों को भी कंपनी के जरिये काम मिल सकेगा।
नोएडा में पांचवां विश्वस्तरीय निवेश
कंपनी ने दिसंबर 2018 में उत्तर प्रदेश सरकार के साथ नोएडा और राज्य के अन्य शहरों में 5,500 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव दिया था। उद्योग मंत्री सतीश महाना के मुताबिक आइकिया को नोएडा में 47,833 वर्ग मीटर जमीन की रजिस्ट्री कर दी गई है। आइकिया ने 2016 में हैदराबाद में अपना पहला सेंटर 700 करोड़ रुपये की लागत से शुरू किया था । आइकिया की योजना भारत में 10500 करोड़ रुपये का निवेश कर 2025 तक कुल 25 सेंटर खोलने की है । कंपनी भारत में कुल निवेश का आधे से अधिक हिस्सा यूपी में करने जा रही है।
गौरतलब है कि पिछले 4 साल में नोएडा में यह पांचवां बड़ा विश्वस्तरीय निवेश है। इससे पहले माइक्रोसाफ्ट, सैमसंग,हीरानंदानी समूह का डाटा सेंटर और थैलेस कंपनी बड़ा निवेश कर चुकी हैं, जबकि फिल्म सिटी और फिन्टेक जैसी बड़ी परियोजनाओं पर काम शुरू हो गया है।