- सरकार ने पेट्रोल में 10 फीसदी एथनॉल ब्लेंडिंग का लक्ष्य समय से पहले प्राप्त कर लिया है।
- अमेरिका, ब्राजील, यूरोपीय संघ और चीन के बाद भारत एथनॉल का दुनिया का 5वां सबसे बड़ा उत्पादक है।
- 20 फीसदी एथनॉल के साथ पेट्रोल की सप्लाई से सालाना 4 अरब डॉलर की बचत होगी।
Independence Day Speech 2022: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 15 अगस्त 2022 को कहा कि देश ने पेट्रोल में 10 फीसदी एथनॉल मिलाने (Ethanol Blending) का लक्ष्य समय से पहले पूरा कर लिया है। यह लक्ष्य नवंबर 2022 तक पूरा होना था। सरकार ने इसे पांच महीने पहले, यानी जून में ही हासिल कर लिया था। राष्ट्रीय जैव-ईंधन नीति के तहत संशोधित लक्ष्य के अंतर्गत 2025-26 तक 20 फीसदी एथनॉल मिश्रण का लक्ष्य रखा है।
एनर्जी सेक्टर में आत्मनिर्भर होने की जरूरत
पीएम मोदी ने कहा कि, 'हमें एनर्जी सेक्टर में आत्मनिर्भर होने की जरूरत है।' भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल इम्पोर्टर होने के साथ- साथ उपभोक्ता देश भी है। भारत अपनी अपनी तेल की जरूरतों का 85 फीसदी और गैस की जरूरतों का 50 फीसदी आयात से पूरा करता है।
तेल के आयात पर निर्भरता कम कर रही है सरकार
पीएम मोदी ने कहा कि, 'हमें ऊर्जा स्वतंत्रता के लिए सोलर एनर्जी से लेकर हाइड्रोजन मिशन और इलेक्ट्रिक वाहनों जैसे कदमों को अगले स्तर पर ले जाना चाहिए।' तेल के आयात पर निर्भरता को कम करने के लिए सरकार पेट्रोल में एथनॉल मिलाने पर जोर दे रही है। उल्लेखनीय है कि एथनॉल चावल और गेहूं के भूसे, गन्ने की खोई, आदि से बनाया जाता है।
प्रधानमंत्री ने पिछले हफ्ते कहा था कि पेट्रोल में एथनॉल मिलाने से पिछले सात से आठ सालों में देश के करीब 50 हजार करोड़ रुपये विदेश जाने से बचे हैं और इतनी ही राशि एथनॉल ब्लेंडिंग की वजह से किसानों को मिली है।